शब्बीर अहमद, भोपाल। बड़वानी आंखफोड़वा कांड (Barwani ankhfodwa scandal) के दोषी डॉक्टर आरएस पलोड (Dr RS Paload accused of Barwan ankhfodwa scandal) की पेंशन पर सरकार ने रोक लगा दी है। बड़वानी जिला अस्पताल ( Barwani District Hospital)  में आयोजित नेत्र शिविर में ऑपरेशन के बाद 67 लोगो की आँखों की रोशनी चली गई थी।  घटना के 7 साल बाद आरोपी डॉक्टर आरएस पलोड की पेंशन सरकार ने अस्थाई रूप से रोक दी है। 

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दरअसल 16 नवम्बर 2015 को बड़वानी में एक सप्ताह का अंधत्व निवारण शिविर ( Blindness Prevention Camp) लगाया गया था। शिविर में बड़ी संख्या में मोतियाबिंद ( cataracts) के ऑपरेशन किए गए थे। ऑपरेशन के बाद मरीजों को दिखना बन हो गया था और 67 मरीजों की आँख की रोशनी चली गई थी।

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घटना के बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया था। मामले में तत्कालीन नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस पलोड की लापरवाही उजागर हुई थी। इसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए 4 दिसंबर 2015 को डॉक्टर आरएस पलोड को सस्पेंड कर दिया था। अब घटना के 7 साल बाद सरकार ने आरोपी डॉक्टर के पेशन पर रोक लगा दी है।

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