रायपुर- दुर्ग, बेमेतरा जिले की तीन गौशालाओं में गायों की मौत के बाद सरकार की सख्ती जारी है. राज्य शासन ने कार्य में लापरवाही का दोषी मानते हुए राज्य स्तरीय पशु चिकित्सालय के उप संचालक डाॅ. शंकरलाल उइके को निलंबित कर दिया है. उइके छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आय़ोग के तात्कालीन पंजीयक भी रह चुके हैं.

डाॅ. शंकरलाल उइके के निलंबित किए जाने की वजह से उनकी जगह डाॅ. के के ध्रुव को पूर्णकालिक सीईओ बनाया गया है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड के संयुक्त संचालक डाॅ. एस के पाणिग्राही को सचिव गौ सेवा आयोग के अतिरिक्त प्रभार से हटा लिया गया है. साथ ही पशु चिकित्सा सेवाऐं के उप संचालक डाॅ. आऱ सी देवरस को भी राज्य गौ सेवा आय़ोग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया.

संचालनालय पशु चिकित्सा सेवा के संयुक्त संचालक डाॅ. एम पी पासी को छत्तीगढ़ राज्य गौ सेवा आय़ोग के सचिव की जिम्मेदारी राज्य शासन ने सौंपी है. इसके अलावा पशु चिकित्सा सेवाएं के उप संचालक डाॅ. के के सोनी को राज्य गौ सेवा आयोग के रजिस्ट्रार की जिम्मेदारी दी गई है.

गौ सेवा आयोग के गैर सरकारी सदस्यों को शासन ने हटाया

इधर राज्य शासन की ओर से जारी एक अन्य आदेश में छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग में तीन अशासकीय सदस्यों की नियुक्ति खत्म कर दी गई है.  गायों की मौत के मामले में हुई लापरवाही में प्रारंभिक तौर पर इन सदस्यों की भूमिका भी संदिग्ध मानी गई. जिन सदस्यों की नियुक्ति खत्म कर दी गई,उनमें रमेश यदु, धनीराम यादव, दीनदयाल यादव और सेवाराम अग्रवाल के नाम शामिल हैं.