अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के पहले बड़े कदम उठाया है. पुरानी गाड़ियों से बढ़ते प्रदूषण और ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री को नई ऊर्जा प्रदान करने नई स्क्रैप पालिसी लेकर आए हैं. इसमें सरकारी और कमर्शियल वाहन 15 साल और निजी वाहन 20 साल बाद स्क्रैप में जाएंगे.
गुजरात के गांधीनगर में आयोजित इन्वेस्टर समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि ऑटो सेक्टर को नई पालिसी से नई पहचान मिलेगी. देश में आगामी 25 साल बहुत महत्वपूर्ण है, देश का आटोमोबाइल सेक्टर 5 लाख करोड़ तक पहुंचेगा. नई स्क्रेपिंग पालिसी से प्रदूषण तो घटेगा ही साथ ही तेल की खपत भी कम होगी.
स्क्रेपिंग पालिसी के अनुसार, अब सरकारी तथा कमर्शियल वाहन 15 साल बाद स्क्रैप में चले जाएंगे इसके अलावा निजी वाहन भी 20 साल बाद स्क्रैप में चले जाएंगे. स्क्रैप कराने पर एक प्रमाण पत्र मिलेगा, जिसके आधार पर नए वाहन के पंजीकरण का शुल्क नहीं लगेगा, साथ ही रोड टैक्स में भी 25 फ़ीसदी फीस कम लगेगी.
नई स्क्रेपिंग पालिसी से 10000 करोड़ का निवेश आने की उम्मीद है. नई नीति से इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिलेगा, पुराने वाहन कबाड़ में जाएंगे, जिससे नए वाहनों का कारोबार भी बढ़ेगा. 2001 से 2015 के बीच के करीब दो करोड़ वाहन स्क्रेपिंग में जाएंगे. ग्रीन एवं क्लीन मोबिलिटी के लिए सरकार शोध एवं इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार सबसे अधिक जोर देगी. नई नीति से दुर्घटनाओं में कमी आएगी, मार्गों के निर्माण में वेस्ट का उपयोग किया जाएगा.