पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त को अमलीपदर को नवीन तहसील बनाने की घोषणा की थी. इसके बाद कुछ महीने पहले तहसील का केम्प कोर्ट भी शुरू हो गया था. इसके बाद सरकार ने 18 अप्रैल को अमलीपदर नवीन तहसील के लिए अधिसूचना जारी कर दी है. नया तहसील बन चुका है, केवल कुछ औपचारिकता बाकी है. सरकार की इस कवायद पर आभार व्यक्त करने के लिए लोग राजधानी के लिए रवाना हो गए हैं.

जारी पत्र के मुताबिक, अमलीपदर तहसील में 48 ग्राम पंचायत के 81 गांव शामिल किए गए हैं. 41458 वर्ग मीटर में फैले क्षेत्रफल में 32877 किसान खाताधारकों का कामकाज के लिए 23 हल्कों में विभक्त किया गया है. एसडीएम मैनपुर सूरज साहू ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि फिलहाल कैम्पकोर्ट में तहसील लगाया जा रहा है. जल्द ही अमलीपदर में भवन का चयन कर कार्यालय लगाया जाएगा. फिलहाल इस नए तहसील का प्रभार मैनपुर तहसीलदार को सौंपा गया है.

पति के सपने को कराया साकार

भौगोलिक दृष्टिकोण से जिले के सबसे बड़े तहसील मुख्यालय में आने जाने की परेशानी को देखते हुए पृथक राज्य बनने के कुछ साल बाद से ही अमलीपदर तहसील बनाने की मांग हो रही थी. तीन बार सत्ता पर रही भाजपा के लिए बिन्द्रानवागढ़ के सबसे घनी आबादी वाला अमलीपदर इलाका परम्परागत वोट बैंक बन चुका था. बिन्द्रानवागढ़ से लगातार भाजपा के विधायक चुने जा रहे थे. लोगों को उम्मीद थी कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही पृथक तहसील व ब्लॉक की मांग पूरी हो जाएगी. जिला पंचायत अध्यक्ष के पति जिला पंचायत सभापति रहे नीरज ठाकुर के नेतृत्व में लगातार मांग हो रही थी. नीरज ठाकुर के देहांत के बाद उनकी धर्मपत्नी स्मृति ठाकुर ने मोर्चा संभालते हुए नए सिरे से नी सरकार के सामने अमलीपदर को तहसील बनाने मांग पत्र रखी. तहसील निर्माण के पीछे कांग्रेस नेता विनोद तिवारी का भी बड़ा योगदान रहा.

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भूपेश है तो भरोसा है

जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने कहा कि हमारे मुखिया भूपेश सरकार भरोसा के प्रतीक हैं. अब तक हर छोटे बड़े मांग को पूरा किया है. तहसील के बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा कर क्षेत्रवासियों को ऐतिहासिक सौगात दी है. तहसील मामले के निपटारे के लिए पहले 80 से 100 किमी का सफर तय करना होता था. पूर्व में कई किसान व ग्रामीण राजस्व मामले के लिए मूख्यालय आवाजाही करते वक़्त सड़क हादसे का शिकार हो चुके है. अब तहसील के समीप होने से राजस्व मामले के निपटारे के अलावा प्रशासनिक कसावट का भी फायदा किसान भाइयों को मिलेगा.

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साबित हो सकता है मास्टर स्ट्रोक

पिछले तीन आम चुनाव में बिन्द्रानवागढ़ से लगातार भाजपा के विधायक चुने जाते रहे हैं. इस जीत में अमलीपदर व देवभोग तहसील के वोटर्स की भूमिका निर्णायक साबित होती है. लेकिन 15 साल के भाजपा सरकार में इस क्षेत्र के लोगो की कई बडी मांगे पूरी नहीं हुई. लोगों में छाई मायूसी को दूर करने का काम लगातार कांग्रेस सरकार में हो रहा है. कांग्रेस नेता अनुराग वाघे, सेवन पुजारी, श्रवण सतपथी, अरुण मिश्रा, दुर्गाचरण अवस्थी, सुखचन्द बेसरा समेत क्षेत्र के कांग्रेसी नेताओं ने नए तहसील की सौगात को ऐतिहासिक बताते हुए सीएम भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया है.