नई दिल्ली. दुरुपयोग से बचने के लिए आधार कार्ड की फोटोकॉपी साझा नहीं करने की सलाह प्रकाशित करने के बाद यूआईडीएआई (UIDAI) ने रविवार को एक स्पष्टीकरण जारी किया. इसमें पहले की एडवाइजरी को वापस ले लिया गया है.
स्पष्टीकरण 27 मई, 2022 को बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय, यूआईडीएआई द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के जरिए आया है. जिसमें किसी को भी आधार कार्ड की फोटोकॉपी नहीं देने की सलाह दी गई थी, जिसके दुरुपयोग की आशंका थी.
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि लोगों को किसी संस्थान को आधार कार्ड की फोटोकॉपी नहीं देना चाहिए, क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है. इसकी जगह आप मास्क्ड आधार का उपयोग कर सकते हैं. जिसमें आपके आधार नंबर के केवल आखिरी 4 डिजिट ही दिखते हैं.
सामान्य विवेक से करें आधार का इस्तेमाल
बयान में कहा गया है कि प्रेस विज्ञप्ति की गलत व्याख्या की संभावना को देखते हुए, इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है. इसमें कहा गया है कि यूआईडीएआई द्वारा जारी आधार कार्ड धारकों को सलाह दी गई है कि वे अपने यूआईडीएआई आधार नंबर का उपयोग और साझा करने में सामान्य विवेक का प्रयोग करें.
बयान में कहा गया कि आधार पहचान के सत्यापन की व्यवस्था ने आधार धारक की पहचान और गोपनीयता की रक्षा और सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है.
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