Jharkhand News: झारखंड के लिए खुशखबरी निकलकर सामने आई है। भारत सरकार ने हाल ही में सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (SRS) रिपोर्ट जारी किया है। इसके अनुसार झारखंड में जन्म दर, मृत्यु दर के साथ-साथ शिशु मृत्यु दर में भी बेहतर नतीजे देखने को मिले हैं। इसके अलावा राज्य के मातृ मृत्यु दर (MMR) में भी बीते कुछ सालों में सुधार देखने को मिला है। पहले 1 लाख में 56 महिलाओं की मृत्यु बच्चे को जन्म देते समय हो जाती थी, लेकिन अब इसकी संख्या घटकर 51 हो गयी है।

अगर चीन ने ब्रह्मपुत्र का पानी रोका भी तो…असम CM ने फैक्ट संग लगाई पाकिस्तान को फटकार, बोले- फायदा होगा हमें…

झारखंड ने हासिल किया लिंग अनुपात में 2 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि का लक्ष्य

बता दें कि, मातृ मत्यु दर वैसी महिलाओं के मामले का गणना करता है, जिनका निधन गर्भधारण के दौरान या बच्चे के जन्म के 42 दिनों के बाद हो जाता है। राज्य सरकार के प्रयास से झारखंड ने लिंग अनुपात में 2 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि का लक्ष्य भी हासिल कर लिया है। समाज कल्याण निदेशालय, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने अब तक 50 हजार से अधिक जनजागरूकता कार्यक्रम किया है। इसमें लगभग 10 लाख से अधिक बच्चों व अभिभावकों को शामिल किया गया है। इसमें उनको भ्रूण हत्या की रोकथाम, संस्थागत प्रसव, गर्भावस्था का पंजीकरण, स्कूलों में बच्चियों का नामांकन, स्कूल छोड़ने वाली बच्चियों का पुनः नामांकन, उनका कौशल विकास एवं मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन आदि के विषय की जानकारी दी गयी।

RBI Update on 2000 Notes: बंद होने के 2 साल बाद भी हजारों करोड़ रुपये दबाए बैठे हैं लोग, अब भी बदल सकते हैं नोट, जानिए कैसे…

झारखंड में मातृ मृत्यु दर कई राज्यों से कम

झारखंड के MMR की बात करें तो वह राष्ट्रीय औसत से भी अच्छा है। वहीं SRS रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में मातृ मृत्यु दर कई राज्यों से कम है। ताजा जारी डेटा के अनुसार, अनुसार असम का MMR 167, बिहार का 100, मध्य प्रदेश का 175 तथा छत्तीसगढ़ का 132 है। इसी तरह ओडिशा का 135, राजस्थान का 102, यूपी का 151 और उत्तराखंड का MMR 100 है। इन सब में सबसे कम झारखंड का 51 है।

भारत-पाकिस्तान सीजफायर के मुद्दे पर शशि थरूर का डोनाल्ड ट्रंप को सख्त मैसेज-‘हमें समझाने की जरूरत नहीं…’

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m