जयपुर। दुनिया भर में कोरोना संक्रमण तमाम प्रयासों के बावजूद नहीं रुक रहे हैं. भारत में ही रोजाना 50 हजार के ऊपर अब मामले आ रहे हैं. लेकिन इन स्थितियों के बीच राजस्थान में गहलोत सरकार जन-जीवन को आम दिनों की तरह ही पटरी लाने की तैयारियाँ अभी शुरू कर दी है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल अधिकारियों की एक बैठक लेकर आगामी 1 एक महीने बाद की स्थितियों पर चर्चा की. उन्होंने अधिकारियों से चर्चा कर कहा है कि 1 सितंबर सभी धार्मिक स्थानों खोलने की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें. उन्होंने कोरोना के मद्देनज़र जो गाइड लाइन जारी किया गया उसका पूरा ध्यान रखने को भी कहा है. मतलब सभी धार्मिक स्थलों में सोशल डिस्टेंस, मास्क, सेनेटाइजर, आदि आवश्यक रूप होना चाहिए.

मुख्यमंत्री गहलतो ने ट्वीट करते हुए ये जानकारी साझा की है-

प्रदेश में आगामी 1 सितम्बर से सभी धार्मिक स्थल आमजन के लिए खोले जा सकेंगे।#Covid19 संक्रमण को देखते हुए गृह विभाग इसके लिए अलग से गाइडलाइन जारी करेगा. निर्देश दिए कि सभी जिला कलेक्टर सोशल डिस्टेंसिंग, हैल्थ प्रोटोकॉल के साथ धार्मिक स्थलों को खोले जाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करें.

यह भी निर्देश दिए सभी ग्राम पंचायतों के लिए 31 अगस्त तक ग्राम रक्षकों का चयन करें. ये ग्राम रक्षक पुलिस और जनता के बीच सेतु का काम करेंगे, जिससे पुलिस के प्रति आमजन में विश्वास और बढे़गा. साथ ही पुलिस को सहयोग और आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी में मदद मिल सकेगी. कोरोना से प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है. जुलाई माह में मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम रही है। हमारा पूरा प्रयास है कि रिकवरी दर लगातार बढे़ और मृत्यु दर नगण्य स्तर तक लाएं.

आपको बता दें कि केंद्र सरकार भी धीरे-धीरे अब जन-जीवन को सामान्य बनाने की ओर अग्रसर है. इसी कड़ी में अनलॉक-1, 2 के बाद 3 में भी कुछ छूट दे दी है. लेकिन छूट का अधिकार केंद्र ने राज्य सरकारों के जिम्मे छोड़ दिया है. राज्य सरकारे प्रदेश में मौजूदा परिस्थतियों के अनुसार निर्णय ले सकती है.