नई दिल्ली. केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, कपड़ा और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार देश के एमएसएमई क्षेत्र, पारंपरिक हस्तशिल्प, कारीगरी की पेशकश, बुनकरों और विनिर्माण कौशल को प्रदर्शित करने के लिए भारत को वैश्विक एमआईसीई गंतव्य (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियों के माध्यम से) के रूप में बढ़ावा दे रही है. पीयूष गोयल ने कल नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की वैश्विक उपस्थिति पर बल देने और दुनिया के साथ इसके आर्थिक जुड़ाव को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी पहल के रूप में एक श्रृंखला का शुभारंभ किया जा रहा है.

गोयल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में भारत की स्थिति को अग्रणी बनाने के लिए आने वाले महीनों में मेगा कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जाएगी. मेगा आयोजनों की नियोजित श्रृंखला का शुभारंभ 3 से 10 जनवरी 2024 तक नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में निर्धारित आत्मनिर्भर भारत उत्सव के होगा. इस आयोजन का उद्देश्य कारीगरों, बुनकरों, खादी, जनजातीय शिल्प, एमएसएमई और कुटीर उद्योगों के उत्पादों सहित पेशकशों की एक समृद्ध श्रृंखला का प्रदर्शन करना है, जो उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा परस्पर संवाद प्रस्तुत करती है.

इसके पश्चात, इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट, ग्रेटर नोएडा में 8 से 10 जनवरी तक इंडस फूड प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. इस प्रदर्शनी में लगभग 120 देशों के 1100 से अधिक प्रदर्शक शामिल होंगे और इसमें 2500 विदेशी खरीदारों के शामिल होने की आशा है. यह प्रदर्शनी मूल्यवर्धित कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, जिससे किसानों की आय बढ़ाने और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अधिक रोजगारों का सृजन करने का लक्ष्य है.