नई दिल्ली. कोविड-19 संक्रमित लोगों की जानकारी के लिए सरकार द्वारा लांच किए गए आरोग्य सेतु एप को लेकर राजनीतिक दलों के साथ अन्य संगठनों द्वारा उठाए जा रहे सवाल को सरकार ने एक ही झटके में खारिज कर दिया है. सरकार इस एप के सोर्स कोड को आम जनता के लिए खोलने के साथ कोड में खामी बताने पर इनाम भी घोषित किया है.
आरोग्य सेतु को लेकर सरकार पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने निशाना साधते हुए व्यक्तिगत निजता को लेकर सवाल उठाया था, इसके अलावा लोगों के आंकड़ों की सुरक्षा और सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया गया था. एप पर सवाल उठाने वालों में केवल राहुल गांधी ही नहीं बल्कि अनेक राजनीतिक दल के लोग और अनेक संगठन भी शामिल थे.
इस पर विराम लगाने के लिए आरोग्य सेतु के कोड को 27 मई की सुबह होने से पहले ही ओपनसोर्स कोड रिपोसेडरी Github में लोड कर दिया है. अब कोई भी व्यक्ति Github में https://github.com/nic-delhi/AarogyaSetu_Android जाकर प्रोग्राम को लोड कर उसकी पड़ताल कर सकता है. पहले चरण में आरोग्य सेतु के एंड्राइड वर्सन को लोड किया गया है, दो हफ्तों के भीतर आईफोन में इस्तेमाल किए जाने वाले आईओएस वर्जन और जियो मोबाइल में इस्तेमाल होने वाले काईओएस के भी वर्जन के कोड को अपलोड करने की बात कही गई है
एप को एपाचे 2.0 लाइसेंस के हिसाब से ओपन सोर्स किया गया है, जिसमें कोई भी व्यक्ति इसका मुफ्त में इस्तेमाल कर सकता है, और कोड में बदलाव भी कर सकता है, बशर्ते इसका नोटिस कोड में दिया गया हो. नीति आयोग और मैती (इलेक्ट्रानिक्स और इन्फोर्मेशन टेक्नालॉजी मंत्रालय) ने प्रोग्रामर से कोड को देखने, गलती (BUG) ढूंढने के साथ बदलाव और सुधार के लिए सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया है.
आरोग्य सेतु एप को लेकर इन जानकारियों को साझा करने के साथ नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बताया कि आरोग्य सेतु 11.4 करोड़ बार मोबाइल में इंस्टाल किया गया है. इसे 2 अप्रैल को लांच करने के बाद पहले 13 दिन में 5 करोड़ बार तो 41 दिनों में 10 करोड़ बार लोगों ने अपने मोबाइल में इंस्टाल किया है. इस एप के जरिए 3000 से ज्यादा उप डाकघर स्तर पर हॉटस्पाट और 1264 संभावित हॉटस्पाट चिन्हित किए गए.
‘कीड़ा’ ढूंढा तो मिलेगा इनाम
प्रोग्राम में गलती, जिसे कंप्यूटर जगत की भाषा में BUG (याने कीड़ा) कहा जाता है, ढूंढने पर इनाम की भी घोषणा की है. एनआईसी की डायरेक्टर जनरल नीता वर्मा ने तीनों श्रेणी में प्रोगाम में खामी ढूंढने पर एक-एक लाख रुपए देने की घोषणा की है. इसे भी सरकार एप के लिहाज से ऐतिहासिक कदम करार दिया जा रहा है.