रायपुर- पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर आज पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, महिलाएं और किसानों ने शराबबंदी की मांग को लेकर धरना दिया. इस दौरान चंद्रशेखर ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रदेश में जल्द शराबबंदी लागू नहीं हुई तो सरकार के खिलाफ मंत्रालय से मौन मार्च निकालेंगे. उन्होंने कहा कि जिस शराब से लोगों की जान जाती है, उसे सरकार बंद नहीं कर रही है. विपक्ष में रहते इन्होंने बहुत हल्ला किया था, लेकिन अब क्या हो गया?
चंद्रशेखर साहू ने कहा कि सरकार ने शराबबंदी को लेकर बजट में जिक्र तक नहीं किया. सरकार में आने से पहले इन्होंने शराबबंदी को लेकर खूब हल्ला मचाया था. अब तो शराब के राजस्व बढ़ाने की सोच रहे हैं. गांव में पहले शराबबंदी के लिए जनजागरण चल रहा है तो फिर क्यों सरकार जनजागरण की बात कह रही है. मंत्रालय के सामने इसलिए इकट्ठा हो रहे क्योंकि मंत्रालय से ही नीति बनती है, सभी अधिकारी शराबबंदी के लिए संकल्प ले, मंत्रिपरिषद शपथ ले, सरकार अधिकारियों से शराबबंदी के लिए शपथ पत्र भरवाए. तभी समझ आएगा कि सरकार शराबबंदी करना चाहती है, अगर शराबबंदी जल्द लागू नहीं हुई और शपथ पत्र नहीं भरवाया गया तो सरकार के खिलाफ मंत्रालय से मौन मार्च निकालेंगे, जिस शराब से लोगों की जान जाती है उसे सरकार बंद नहीं कर रही है. विपक्ष में रहते इन्होंने बहुत हल्ला किया था, लेकिन अब क्या हो गया.
जिस जगह पर आज इकट्ठा हुए वहां पर दीनदयाल की प्रतिमा है जिसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. एक रुपया किलो में चावल छत्तीसगढ़ में चालू हुआ था वो हमारी सरकार की देन थी. छत्तीसगढ़ सरकार ने बेहतर योजना चलाई. धान अर्पित करके दीनदयाल की पुण्यतिथि हमने मनाई. सरकार ने मध्यमकालीन ऋण को अभी तक शामिल नहीं किया. हम इसके लिए सरकार को समय देंगे.
सरकार अटल नगर में अटल बिहारी बाजपेयी की स्मारक नहीं बना रही है, अगर सरकार स्मारक नहीं बनाई तो हम अपने-अपने घर से धान बेचकर स्मारक बनाएंगे. हमारी सरकार ने नया रायपुर को अटल नगर का नाम दिया, लेकिन इस सरकार ने स्मारक नहीं बनाया.