गुरुग्राम। रजिस्ट्री घाटाले में फंसे सात तहसीलदारों के खिलाफ हरियाणा सरकार ने निलंबन की कार्रवाई करते हुए संबंधित थानों में मामला दर्ज कराया है. आरोप है कि इन तहसीलदारों ने प्रतिबंध के बाद भी अवैध तरीके से की गई प्लाटिंग की रजिस्ट्री की थी.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्देश पर जिन तहसीलदारों के खिलाफ कार्रवाई की गई, उनमें तहसीलदार बंशीलाल, नायाब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल, नायाब तहसीलदार देशराज कंबोज, नायाब तहसीलदार जगदीश चंद, तहसीलदार ओमप्रकाश, नायाब तहसीलदार जयप्रकाश और नायाब तहसीलदार हरीकिशन शामिल हैं.
दरअसल, गुरुग्राम जिले में अवैध प्लाटिंग पर रोक लगाए जाने के लिए जिला नगर योजनाकार से एनओसी लिए बिना कई बार टुकड़ों में जमीन की रजिस्ट्री नहीं करने को लेकर राजस्व विभाग को लिखा गया था. इस बीच लॉकडाउन में मिली छूट का फायदा उठाते हुए इन अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखते हुए जमीन की रजिस्ट्री की.
आरटीआई के जरिए जानकारी हासिल किए जाने पर इस गड़बड़ घोटाले का खुलासा हुआ. इसमें स्पष्ट हुआ कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण अधिनियम की धारा 7ए का उल्लंघन किया गया है. मामला मीडिया में सुर्खियों में आने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद संबंधित थानों में मामला दर्ज किया गया है.