नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और वस्त्र मंत्रालय मिलकर देश के 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 16 जगहों पर झरोखा – भारतीय हस्तशिल्प, हथकरघा, कला और संस्कृति का संग्रह कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में भारत सरकार के ये दोनों मंत्रालय अखिल भारतीय स्तर पर इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं।

झरोखा पारंपरिक भारतीय हस्तशिल्प, हथकरघा और कला एवं संस्कृति का उत्सव है। झरोखा में होने वाले समारोह में देश भर के हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। भारतीय हथकरघा और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने और पुनर्जीवित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली महिला कारीगरों, बुनकरों और कलाकारों को भी इस कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।

प्रत्येक स्थान पर स्थानीय कला, संस्कृति और त्योहारों पर केंद्रित एक साहित्यिक कोना स्थापित किया जाएगा, साथ ही स्थानीय भारतीय व्यंजनों का उत्सव मनाने वाले फूड स्टॉल भी लगाए जाएंगे।

झरोखा का एक और आकर्षण सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।यह आयोजन 8 दिनों तक चलेगा और इसमें स्थानीय टीमों और कलाकारों द्वारा लोक नृत्य और गायन प्रदर्शन शामिल होंगे। मणिपुर और नगालैंड की संस्कृति तथा कला को शामिल करते हुए कार्यक्रम स्थल पर एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए भी एक समर्पित कोना स्थापित किया जाएगा।

इस उत्सव के तहत पहला कार्यक्रम मध्य प्रदेश के भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च, 2022 से आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर किया जाएगा, जिसका नाम मध्य प्रदेश के गोंड राजघराने की बहादुर और निडर रानी कमलापति के नाम पर रखा गया है।