दिल्ली. रुपये की खराब होती सेहत सुधारने के लिए भारत सरकार अप्रवासी भारतीयों (एनआईआई) के लिए विशेष डिपॉजिट स्कीम शुरू करने की योजना पर विचार कर रही है ताकि डॉलर की आवक को बढ़ाया जा सके.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी के जरिए इस बात की जानकारी दी है. हालांकि सरकार की तरफ से इस योजना के बारे में अभी तक कई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है.
जून महीने में आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि अगर जरूरत होती है तो सरकार एफसीएनआर डिपॉजिट (फॉरेन करेंसी नन रिपैट्रिएबल), सॉवरेन बॉन्ड्स और अन्य माध्यमों के जरिए विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने का काम करेगी.
डॉलर की आवक बढ़ाने के लिए निर्यात को बढ़ावा देने की जरूरत होती है लेकिन यह काम तात्कालिक स्तर पर नहीं किया जा सकता है. ऐसे में सभी की नजरें भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पर टिकी हुई हैं. विशेषज्ञों की माने तो आरबीआई एनआरआई बॉन्ड जारी कर इस मामले में राहत दे सकता है.
गौरतलब है कि जनवरी में रुपया डॉलर के मुकाबले 63.33 पर था जो अब करीब 15 फीसद से अधिक कमजोर होकर 73 के स्तर को पार कर चुका है.