संजय विश्वकर्मा, उमरिया। मध्य प्रदेश में मानो जैसे बाघों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया हो। लगातार हो रही बाघ की मौत चिंता का विषय बन गई है। इसी बीच बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बीते 3 सालों में हुई बाघों की मौत के मामले में जांच टीम गठित की गई है। इस साल की बात करे तो अब तक 7 बाघ की मौत हो चुकी है।

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टाइगर स्टेट कहे जाने वाले मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार बाघों की मौत हो रही है। जिसे लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। जिसमें बीते 3 वर्षों में हुई बाघ की मौत के मामले में तीन सदस्य की टीम गठित की गई है। बाघों की मौत के पीछे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई है।

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प्रधान मुख्य वन संरक्षक मध्य प्रदेश ने पत्र में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की लापारवाही का उल्लेख भी किया है। इसके साथ ही कहा कि बांधवगढ़ में क्षत-विक्षत बाघ के शव मिलने व कुछ प्रकरणों में बाघ के शरीर के अवयव गायब होने के बाद भी आरोपियों की पतासाजी के प्रयास भी नहीं किए गए।

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प्रदेश सरकार के अब बांधवगढ़ में बीते 3 सालों में हुई बाघों की मौत के मामले में एक जांच टीम गठित की है। जो पता करेगी की किन कारणों के कारण बाघ की मौत हो रही है। बतादें कि, बीते वर्ष 15 से ज्यादा बाघो की मौत हुई थी। वहीं इस साल अब तक 7 बाघ की जान जा चुकी है।

बाघ की मौत बांधवगढ़

  • 2020 में 11
  • 2021 में 15
  • 2022 में 7
  • 2023 में 13
  • 2024 में अब तक 07

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