रायपुर। गरियाबंद जिले के सुपेबेड़ा में किडनी बीमारी से लगातार हो रही मौत के मामले को राज्यपाल अनुसूईया उइके ने बेहद गंभीरता से लिया है. मामले में उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि सुपेबेड़ा की स्थिति बेहद खराब है, सरकार को इस दिशा में जल्द पहल करने की जरुरत है. उन्होंने मामले में हो रहे हील हवाला पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “मैं 22 अक्टूबर को सुपेबेड़ा जाऊंगी, हेलीकॉप्टर मिला तो ठीक नहीं तो बाय रोड जाऊंगी.”

राज्यपाल का यह बयान सत्ता के गलियारों में चिंता बढ़ाने वाला हो सकता है. आपको बता दें सूपेबेड़ा में दूषित पानी की वजह से ग्रामीण किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं. यहां मरने वालों का आंकड़ा 71 के पार पहुंच गया है.

गौरतलब है कि कांग्रेस जब विपक्ष में थी उस दौरान सूपेबेड़ा में हो रही मौतों को लेकर पार्टी आक्रामक रुख अख्तियार किये हुए थी और तत्कालीन भाजपा सरकार पर लगातार हमलावर थी. प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भूपेश बघेल सूपेबेड़ा की यात्रा तक कर चुके हैं और ग्रामीणों को किडनी की बीमारी के लिए तत्कालीन सरकार को दोषी ठहराया था.

हालांकि सत्ता में आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दो बार सुपेबेड़ा जा चुके हैं. उन्होंने किडनी पीड़ितों का रायपुर लाकर बेहतर इलाज कराने का वादा भी किये थे. इसके साथ ही सुपेबेड़ा में पीड़ितों का डायलिसिस कराए जाने की व्यवस्था किये जाने की भी बात कही थी.

अब राज्यपाल अनुसूईया उइके ने इस मामले में जिस तरह से अपनी चिंता और नाराजगी जाहिर की है उससे उन्होंने साफ संकेत दिया है कि किडनी पीड़ितों के इलाज में कोताही नहीं बल्कि अब सरकार को गंभीरता बरतनी पड़ेगी.