रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने पर राज्यपाल द्वारा की गई आपत्ति पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने से रोक नहीं सकती है. अगर राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कोई सवाल पूछा है तो उसको शाम तक जवाब दे दिया जाएगा.

राजभवन से फाइल लौटाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए पूर्ण बहुमत की सरकार को सत्र बुलाने से राज्यपाल नहीं रोक सकते, उन्होंने कुछ सवाल किए है, उसके अनुसार जवाब बनाकर फाइल भेजी जाएगी. मुझे नहीं लगता इसके बाद फाईल लौटाई जाएगी,
यदि ऐसा होता है तो फिर हम और आप साथ हैं.

सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को लेकर एक और बड़ा बयान दिया. भूपेश ने कहा कि रमन सिंह हारे हुए सेनापति हैं. 15 साल राज करने के बाद 15 सीट पर वैसे ही सिमट चुके हैं. उपचुनाव के बाद 14 सीट पर सिमट गए. उन्हें आत्म चिंतन करना चाहिए. राजभवन के माध्यम से बैक डोर से शासन चलाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.

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बता दें कि संसद में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र बुलाए जाने वाली फाइल राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सरकार को लौटा दी है. एक दिन पहले ही सरकार ने 27-28 तारीख को विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाए जाने की मंशा के साथ राज्यपाल की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा था. राज्यपाल ने सरकार से पूछा है कि सत्र के दौरान कौन-कौन से शासकीय विधि विषयक कार्य होंगे? उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में सरकार देर शाम तक जवाब राजभवन भेज देगी.

संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने विशेष सत्र बुलाए जाने की जानकारी मीडिया से साझा की थी. सरकार ने कहा था कि राजभवन से अधिसूचना जल्द जारी हो सकती है, लेकिन राजभवन ने फाइल लौटाकर पूछा है कि, 58 दिन पहले ही जब सत्र आहूत किया गया था, तो ऐसी कौन सी परिस्थिति आ गई है कि विशेष सत्र बुलाए जाने की जरूरत पड़ रही है? सत्र के दौरान क्या-क्या काम होंगे?