रायपुर. कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हर जगह बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. यह हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार, कृष्ण पक्ष के 8वें दिन को भाद्रपद में मनाया जाता है. यह एक महत्वपूर्ण त्योहार है, खासकर हिंदू धर्म की वैष्णव परंपरा में. कृष्ण जी भगवान विष्णु जी के अवतार हैं. कृष्ण जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राज्यपाल अनुसुईया उइके ने प्रदेशवासियों को शुभकामना संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने भागवद् गीता के माध्यम से मानव को जीने की सही राह दिखाई. उन्होंने कहा कि गीता का संदेश जनमानस के लिए युगों-युगों से पथ प्रदर्शक रहा है. भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश आज भी प्रासंगिक है. यह हमें कर्म एवं ज्ञान का पथ दिखाता है. राज्यपाल ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों के सुख, शांति, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की है.
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सभी प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं।
मैं सभी के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूँ।
भगवान श्रीकृष्ण की जीवन लीलाएं और उनके उपदेश हमें जीने की सही कला सिखाते हैं। उनके द्वारा दी गई सीख जीवन की हर परिस्थिति के लिए प्रासंगिक हैं और सही रास्ता दिखाती हैं।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 30, 2021
वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा – सभी प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं. मैं सभी के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूँ. भगवान श्रीकृष्ण की जीवन लीलाएं और उनके उपदेश हमें जीने की सही कला सिखाते हैं. उनके द्वारा दी गई सीख जीवन की हर परिस्थिति के लिए प्रासंगिक हैं और सही रास्ता दिखाती हैं.
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श्रीकृष्ण भगवान के जन्म के पहले उनके माता-पिता वसुदेव और माता देवकी के विवाह के समय मामा कंस जब अपनी बहन देवकी को ससुराल पहुँचाने जा रहा था तभी आकाशवाणी हुई, जिसमें बताया गया था कि देवकी का 8वां पुत्र कंस को मारेगा. यह होना पहले से ही निश्चित था अतः वसुदेव और देवकी को जेल में रखने के बावजूद कंस कृष्ण जी को नहीं मार पाया था.
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