रायपुर. राज्यपाल अनुसुईया उइके ने शहर के सिनेमाघर में छत्तीसगढ़ की राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म ‘भूलन द मेज’ देखी. राज्यपाल के साथ राजभवन सचिवालय के अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिजनों ने भी फिल्म का आनंद लिया.

फिल्म देखने के बाद राज्यपाल ने कहा कि फिल्म ग्राम्य जीवन की पृष्ठभूमि पर आधारित है. छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा की झलक फिल्म में दिखाई पड़ती है. यह संदेश देने वाली फिल्म है. इस फिल्म में गांव की एकता और वहां की पंचायत व्यवस्था को दिखाया गया है. सभी को यह फिल्म एक बार अवश्य देखनी चाहिए. फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त है. फिल्म देखने पर स्वतः ही मालूम हो जाएगा कि फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार क्यों मिला है?

राज्यपाल ने फिल्म के निर्देशक और कलाकारों की भी प्रशंसा की है. राज्यपाल ने फिल्म की कहानी का उदाहरण देते हुए कहा कि मेरे पास भी सजा माफी के लिए आवेदन आते हैं, जिस पर मैं गंभीरता से अध्ययन करने के बाद उसमें उचित निर्णय लेती हूं और मेरा ऐसा मानना है कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को सजा न भुगतना पड़े. उल्लेखनीय है कि फिल्म संजीव बख्शी द्वारा लिखित ‘भूलन कांदा’ नामक उपन्यास पर आधारित है. इस दौरान फिल्म के निर्देशक मनोज वर्मा, संजीव बख्शी सहित फिल्म के सभी कलाकार भी उपस्थित थे.

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