कुंदन कुमार/पटना। बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल ने सदन में अभिभाषण दिया। सुबह 11.30 बजे जैसे ही वे बोलना शुरू किए माइक खराब हो गया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री कई बार आगे पीछे देखने लगे। लगभग 5 मिनट बाद राज्यपाल ने कहा कि वे थोड़ा जोर से बोलेंगे और इसके बाद अपना अभिभाषण जारी रखा।

पढ़ाई के लिए नहीं जाना होगा बाहर

राज्यपाल ने कहा कि राज्य में अब 5.2 लाख शिक्षक कार्यरत हैं और सभी 27 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। IGIMS को तीन हजार बेड वाले अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। अब छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा, बल्कि अन्य राज्यों के छात्र यहां पढ़ाई के लिए आ रहे हैं।

सरकार सभी वर्गों के लिए काम कर रही

उन्होंने यह भी बताया कि सरकार सभी वर्गों के लिए काम कर रही है। महिलाओं के रोजगार को बढ़ावा देने के लिए अब 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। ग्राम परिवहन योजना को पंचायत स्तर पर लागू किया गया है। अल्पसंख्यक समाज और तलाकशुदा महिलाओं के लिए भी कई पहल की गई हैं। तलाकशुदा महिलाओं को दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दी गई है। इसके अलावा अब सभी घरेलू उपभोक्ताओं को फ्री बिजली प्रदान की जा रही है।

उपाध्यक्ष पद की घोषणा कल

राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा में नीतीश कुमार को सदन का नेता और तेजस्वी यादव को नेता विपक्ष के रूप में चुना गया। वहीं नरेंद्र नारायण यादव ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा। उन्होंने पहले भी यह पद संभाला है और उन्हें नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के लिए प्रोटेम स्पीकर भी बनाया गया था। उपाध्यक्ष पद की घोषणा कल की जाएगी।