रायपुर। गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. राज्यपाल ने सीमाओं की रक्षा करने वाले हमारे प्रहरियों, कोरोना संक्रमण के खिलाफ योगदान देने वाले कोरोना वॉरियर्स और सुरक्षा बल के जवानों को उनके योगदान के लिए नमन किया है. राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि आज का दिन देश की आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले महापुरूषों को याद करने का दिन है, जिनकी बदौलत हमें आजादी हासिल हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे देश का गणतंत्र और आजादी कायम रहे इसका भार देश के नौजवानों पर भी है, उन्हें देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए इस अवसर पर प्रण लेना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारे संविधान की प्रस्तावना के पहले वाक्य ‘हम भारत के लोग‘ ने 26 जनवरी 1950 से लेकर आज तक भारत के जनमन में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति भरोसे को बनाए रखा है. विविध रंगों से सजे भारत के लिए हमारे पुरखों ने एक ऐसी बुनियाद रखी, जिसमें देश की एकता और अखण्डता, हर एक व्यक्ति की स्वतंत्रता, भाईचारा, समानता और न्याय समाहित है. संविधान की यही मूल भावना है. चुनौतियों से भरे इस समय में संविधान की भावना को बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़ हमेशा प्रतिबद्व है. कोरोना संकट काल में छत्तीसगढ़ में आर्थिक विकास का पहिया लगातार गतिमान रहा. राज्य में कृषि, उद्योग, रियल इस्टेट सहित सभी सेक्टरों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुई.

छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने कहा कि संविधान के सृजन से ही हमने देश की आजादी का मूल लक्ष्य हासिल किया है. संविधान में अधिकारों के साथ-साथ दायित्वों/ कर्तव्यों का भी उल्लेख किया गया है. प्रत्येक नागरिक की अलग-अलग भूमिका में अलग-अलग कर्तव्य होते हैं. इसलिए हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि हम जिस भी भूमिका में हो, अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से करें. तभी हम इस देश के प्रति, समाज के प्रति अपना सकारात्मक योगदान देते हुए एक अच्छे नागरिक होने का दायित्व पूर्ण कर सकेंगे. डाॅ. महंत ने इस अवसर पर आव्हान किया कि हम देश की सामाजिक समरसता को कायम रखते हुए सुदृढ़, सशक्त, सम्पन्न भारत के निर्माण में अपना अधिकतम योगदान देने का संकल्प लें.