दिल्ली। कोरोना वायरस के कहर के चलते सभी कामकाज और गतिविधियों पर लगाम लग गई है। जिससे सरकार की कमाई घट गई है। अब सरकार ने अपने कर्मचारियों के कई भत्ते काटकर उनकी सैलरी में कटौती कर दी है। जिससे कर्मचारी उबल पड़े हैं।

कर्मचारी भत्तों की कटौती के विरोध मेंं 19 मई को सरकारी कर्मचारी काला फीता बांधकर अपना विरोध जतायेंगे। इतना ही नहीं कर्मचारी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को ज्ञापन भेजकर, ट्वीट कर भत्तों की कटौती को वापस लेने की मांग करेंगे। यह निर्णय कर्मचारी संगठनों की मीटिंग में लिया गया है। संगठनों ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के शोषण को बंद करने और उनको न्यूनतम वेतन का भुगतान करने की भी मांग सरकार से की है।

देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कर्मचारी प्रतिनिधियों की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि 19 मई को देश भर के कर्मचारी काला फीता बांधकर महंगाई भत्ते को फ्रीज करने, एनपीएस में सरकारी अंशदान 4 प्रतिशत कम करने, राज्य सरकारों द्वारा अन्य भत्तों की कटौती का विरोध करेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा । सभी कर्मचारी प्रधानमंत्री कार्यालय को ईमेल भेजेंगे और ट्वीट करेंगे, इसके लिए हैशटैग निर्धारित किया जाएगा। अगर सरकार फिर भी नहीं मानी तो कर्मचारी सरकार के खिलाफ बड़ा देशव्यापी आंदोलन करेंगे।