रायपुर. मई 2014 से सरकार रिजर्व बैंक की गारंटी पर बाज़ार से प्रतिभूतियों के ज़रिए 18350 करोड़ का कर्ज ले चुकी है. ये कर्ज मई 2014 से जनवरी 2018 तक 20 बार अलग -अलग किश्तों के ज़रिए ली गई है. इसकी अदायगी मई 2024 से शुरु होगी. इस बात की जानकारी सरकार की ओर से विधानसभा में दी गई.
कांग्रेस के विधायक डॉ प्रीतम राम ने सवाल लगाया था कि 2014-15 से अब तक रिज़र्व बैंक के माध्यम से बाज़ार से कितना पैसा लिया गया है. इसका ब्याज़ कितना देय होगा. इसी के जवाब में सरकार की ओर से ये जानकारी दी गई है. सरकार की ओर से बताया गया कि ब्याज की दरें हर किश्त के लिए अलग-अलग है. ब्याज़ की ये दर 7.22 प्रतिशत सालाना से 9.22 प्रतिशत के बीच है.
दरअसल राज्य सरकार रिज़र्व बैंक की गारंटी पर प्रतिभूति जैसे बांड और दूसरे निवेश के ज़रिए बाज़ार से निश्चित ब्याज़ दर पर पैसे लेती है. इसकी गारंटी रिज़र्व बैंक लेता है. तयशुदा समय के बाद सरकार मूलधन की वापसी करती है. सरकार ने बांड के ज़रिए जो पैसा लिया है उसके मूलधन की अदायगी 15 मई 2024 से शुरु होगी और 31 जनवरी 2031 तक चलेगी.
अर्थशास्त्री हनुमंत यादव का कहना है कि बाज़ार से रिज़र्व बैंक से पैसे जुटाना एक प्रक्रिया है लेकिन ये एक सीमा के भीतर होना चाहिए. छत्तीसगढ़ में अभी ये उसी सीमा के भीतर है लिहाज़ा चिंता की बात नहीं है.