दिल्ली. सरकार के इस दावे के बाद कि आपका आधार पूरी तरह से सुरक्षित है. पंजाब की एक पत्रकार ने सरकारी दावे की धज्जियां उड़ा दी. हाल ही में हुए खुलासे के बाद कि किस तरह आधार डाटा मात्र 500 रुपये देकर हासिल किया जाता है. इस मामले के बाद सरकार की खासी किरकिरी हुई थी.

सरकार ने मामले पर हुई फजीहत के बाद अब आधार को सुरक्षित बनाने की दिशा में कदम उठाना शुरु कर दिया है. इसके लिए अब आधार जारी करने वाली संस्था यूआईडीएआई ने वर्चुअल आईडी बनाने का फैसला लिया है. यूआईडीएआई कई महीनों से इस पर काम कर रहा है. इस वर्चुअल आईडी में 16 रैंडम नंबर होंगे. जिन संस्थाओं को आपके आधार की जानकारी चाहिए होगी. वे वर्चुअल आई डी को आधार के स्थान पर इस्तेमाल कर सकेंगे. माना जा रहा है कि मार्च के अंत तक ये वर्चुअल आईडी लोगों को वितरित करने के लिए तैयार हो जाएंगी. अभी मोबाइल नंबर, बैक खाता, गैस कनेक्शन और अन्य सेवाओं को आधार से लिंक करने के लिए आधार नंबर और उसमें दर्ज सारी जानकारी साझा करनी होती हैं. जिसके चलते आधार का दुरुपयोग होने की संभावना बनी रहती है.

इस वर्चुअल आईडी का उद्देश्य आधार लीक के मामलों को कम करना है. साथ ही लोगों की गोपनीयता को भी बरकरार रखा जा सकेगा. अब आधार डिटेल की जगह पर इन्हीं 16 अंकों से काम हो जाएगा. साथ ही इनके इस्तेमाल के लिए एक तय समय होगा. जिसके बाद यूजर को नई वर्चुअल आईडी जारी की जाएगी. इस वर्चुअल आईडी की खास बात ये है कि कोई भी यूजर वर्चुअल आईडी बना सकेगा. यदि वह नई आईडी बनाना चाहेगा तो पुरानी आईडी रद्द हो जाएगी औऱ नई आईडी अलाट हो जाएगी.