शिवम मिश्रा,रायपुर। आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह के मामले में छत्तीसगढ़ के निलंबित आईपीएस जीपी सिंह की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. कोतवाली पुलिस ने जीपी सिंह के ओडिशा स्थित गृहग्राम में दबिश देने पहुंची है, क्योंकि गिरफ्तारी की डर से वो कहां छुपे हुए हैं यह किसी को नहीं पता है. जिस कारण पुलिस की 3 सदस्यीय टीम क्योंझर जिले के बड़बिल गांव पहुंची हुई है. लेकिन पुलिस को जीपी सिंह गृहग्राम में भी नहीं मिले.

कोतवाली पुलिस जीपी सिंह को 2 बार नोटिस जारी कर चुकी है. बावजूद इसके जीपी सिंह अपने स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देते हुए थाने में पेश नहीं होते हैं. अब पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए कई राज्यों में दबिश दे रही है, लेकिन पुलिस को नाकामी के अलावा कुछ हाथ नहीं लग रहा है.

पुलिस की टीम को अगर जीपी सिंह नहीं मिलते हैं, तो दोबारा नोटिस जारी की जाएगी. इसके बाद भी जीपी सिंह थाने में उपस्थित नहीं होते हैं, तो कोर्ट से लुकआउट नोटिस जारी हो सकती है. जिसके बाद एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन समेत कहीं भी जीपी सिंह पाए जाते हैं, तो उनकी तत्काल गिरफ्तारी की जाएगी.

बता दें कि एक जुलाई की सुबह 6 बजे ACB और EOW की जांच टीम जीपी सिंह के सरकारी बंगले में दाखिल हुई थी. करीब 75 घंटे की छापेमार कार्रवाई में करोड़ों रुपये बरामद किए गए थे, जिसके बाद ACB की टीम ने जीपी सिंह पर धारा 13 (1)बी, 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम यथा संशोधित 2018 के तहत केस पंजीबद्ध किया था. निलंबित IPS जीपी सिंह के डायरी से कई राज बाहर आए हैं. आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह जैसे मामलों में घिरे निलंबित ADG के खिलाफ जांच तेज कर दी गई है.

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