अमित पाण्डेय, खैरागढ़। 21वीं सदी में जहां देश आज चांद पर पहुंच गया है, तो वहीं दूसरी ओर अंदरुनी ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अंधविश्वास से जुड़े मामले देखने को मिल रहे हैं. तंत्र-मंत्र और काला जादू के नाम पर आज भी भोले-भाले ग्रामीणों को लूटने का मामला सामने आता रहता है. ऐसा ही मामला खैरागढ़ जिले के मोहगांव थाना क्षेत्र के ग्राम जंगलपुर घाट का है, जहां दूसरे को मारने के फेर में ग्राम पटेल फर्जी बैगा के जाल में ऐसे फंसा की आत्महत्या करना पड़ गया. इसे भी पढ़ें : बड़ी खबर : वित्त मंत्री ओपी चौधरी की सदन में घोषणा, प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए मिलेगी नि:शुल्क रेत…

श्यामू मेरावी ने 16 फरवरी को मोहगांव थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका बड़ा भाई ग्राम पटेल ओम प्रकाश मेरावी की अपने खेत में आग से जली लाश मिली है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस द्वारा अलग अलग टीम बना कर हर एंगल में जांच शुरू की गई. जांच के दौरान कोटवार और उसके करीबी शिव प्रसाद मेरावी ने बताया कि बैगा बन कर पौड़ी कवर्धा से प्रभु गोस्वामी और गेटर उर्फ विष्णु गोस्वामी आए थे, जिससे गांव के कोटवार ने झाड़-फूंक करवाया था.

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यह बात मृतक ग्राम पटेल ओम प्रकाश मेरावी को पता चला जिसके बाद ओम प्रकाश द्वारा दोनों तथाकथित बैगा को बुलाकर शिव प्रसाद मेरावी के साथ मिलकर गांव के कोमल जंघेल और गणेश राम वर्मा को जादू टोना से मरवाने का षड्यंत्र रचा, लेकिन मामला ओमप्रकाश पर ही उल्टा पड़ गया.

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बैगा प्रभु और गेटर उर्फ विष्णु गोस्वामी ने ओमप्रकाश से पैसा ऐठने का प्लान तैयार कर अपने साथी रिद्धु साहू के साथ मिलकर कोरे कागज में, जिसे मरवाना चाहता था, उसका नाम और ओमप्रकाश का नाम लिखवा लिया. इसके बाद दोनों बैगा और उसके साथी उसे ब्लैकमेल करने करते हुए पैसों की मांग करने लगे. बार-बार पैसों की मांग से तंग आकर ओम प्रकाश मेरावी ने आत्महत्या कर ली. पूरे मामले में पुलिस ने चार आरोपियों प्रभु गिरी गोस्वामी, गेटर उर्फ विष्णु गिरी गोस्वामी, रिद्धू साहू और शिव प्रसाद मेरावी को विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.