माता-पिता अपने बच्चे के लिए हर समय नहीं रह सकते हैं, और उस समय परिवार में मौजूद दादा-दादी, नाना-नानी एक बड़ी भूमिका निभाते हैं.

बच्‍चों में संस्‍कार भरने वाले दादा-दादी और नाना-नानी हर घर की बुनियाद होते हैं. इसे खास बनाने के लिए हर साल पूरे विश्व में सितंबर महीने के दूसरे रविवार को ग्रैंडपेरेंट्स डे मनाया जाता है. आज 10 सितम्बर को ग्रैंड पेरेंट्स डे पर बच्चे अपने दादा-दादी के प्रति अपने लगाव व प्रेम को प्रदर्शित करेंगी. मदर्स डे और फादर्स डे की तरह पूरा दिन अपने दादा-दादी को समर्पित है. इस दिन बच्चे अपने ग्रैंड पेरेंट्स को अच्छा महसूस कराते हैं, उनके लिए कार्ड्स और गिफ्ट्स खरीदते है.

बच्चों के टीचर होते हैं ग्रेंड पैरेंट्स

दादा-दादी हर बच्चे के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं, और उनके भविष्य पर बहुत प्रभाव डालते हैं. उन्हें अक्सर बच्चों के लिए “सबसे बड़ा उपहार” कहा जाता है, क्योंकि वे उन्हें अपने माता-पिता के करीब लाते हैं और उन्हें स्वतंत्र व्यक्ति बनने में मदद करते हैं. ये दिन दादा-दादी, नानी-नानी का दिन होता है. दादा-दादी बच्चों की लाइब्रेरी होते हैं. छोटे बच्चे अपने बड़ों से सीखते हैं उनके साथ समय बिताते हैं.

ग्रेंड पैरेंट्स बच्चों के गेम सेंटर, टीचर होते हैं. वे हमारे घरों में सबसे अनुभवी होते हैं, इसलिए जिन्दगी जीने के जितने तरीके वो आपको बताते हैं जो कोई नहीं बता सकता. दादा-दादी और नाना-नानी का संबंध बच्चों से बहुत खास होता है. दादा-दादी दोनों लंबे समय तक जीवित रहते हैं, और बच्चों को भावनात्मक रूप से फ्लेसिबिल भी बनाते हैं. बच्चों को भावनात्मक सपोर्ट देते हैं, और बच्चों को संस्कार के साथ शेयरिंग करने की प्रवृत्ति भी पैदा करते हैं.

क्यों मनाया जाता है ये दिन

अमेरिका में मैरियन मैकुडे नाम की एक दादी थीं, जिनके 43 ग्रैंड चिल्ड्रन थे. दादी चाहती थीं कि ग्रैंड पैरेंट़्स और ग्रैंड चिल्ड्रन की बीच आपसी संबंध बढ़िया होने चाहिए. सभी एक दूसरे के साथ समय बिताएं. इसके लिए उन्होंने 1970 में एक अभियान छेड़ा था. वे इस दिन को नेशनल हॉलीडे बनाना चाहती थीं, ताकि सभी बच्चे अपने दादा-दादी, नाना-नानी के साथ समय बिताएं. वो चाहती थीं कि बच्चों और बड़ों के बीच जनरेशन गैप खत्म हो जाए. मैरियन मैकुडे ने 9 साल तक ये अभियान चलाया. जिसके अमेरिका के तत्कालीन प्रेसिडेंट जिमी कार्टर ने 1979 को ग्रैंड पैरेंट्स डे घोषित किया. सबसे पहले एज यूके नाम की एक चैरिटी ने 1990 में ग्रैंड पैरेंट्स डे मनाया.