आलोक मिश्रा,कसडोल. दादा को क्या पता था कि उसको अपने कमरे में खिलाना उसे इतना भारी पड़ जाएगा की दोनों की मौत हो जाएगी. कसडोल के मड़कड़ा के एक घर में जर्जर मकान के दीवार का एक हिस्सा गिरने से दोनों की मौत हो गई. हादसे के वक्त परिजनों को कुछ भी समझ नहीं अाया मानो एेसा लगा कि भूकंप अाया, लेकिन थोड़ी देर बाद पता चला कि वहां भूकंप नहीं अाया बल्कि बारिश में पुरी तरह जर्जर हो चुकी दीवार ढ़ह गई, इस हादसे में दादा और पोते दोनों की मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक घटना कसडोल थाना क्षेत्र की घटना है. हालांकि ये घटना गुरुवार की बताई जा रही है. यह घटना उस वक्त हुई है जब दादा औऱ पोता मकान के अंदर खेल रहे थे. घर के बाकी सदस्य दूसरे कमरे काम कर रहे थे. तभी अचानक कमरे की दीवार गिर गई, जिसमें ये दोनों दब गए. दीवार गिरने की आवाज सुनते ही घर के सदस्य पहुंचे. आस-पास के लोगों को मदद के लिए बुलाया और ग्रामीणों ने मिलकर दीवार में दबे दादा पोते को बाहर निकाला. दोनों को कसडोल अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.

मृतकों में 70 वर्षीय रामेश्वर केवट और 9 माह का पोता भावेश शामिल है. मृत घोषित करने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया. जिसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है. हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.

बताया जा रहा है कि मकान की दीवार काफी पुरानी हो चुकी थी. उसकी मरम्मत नहीं कराई गई थी. उसे देखकर ही ऐसा प्रतित हो रहा था कि कभी यह दीवार भर भराकर ढह सकती है. औऱ ऐसा ही हुआ.