रायपुर. ग्राम सकरी के तालाब खदान में हुए हत्या का खुलासा विधानसभा थाना पुलिस ने किया है. संपत्ति विवाद में दादी और चाची ने सुपारी देकर हत्या कराई थी. इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल 26 अक्टूबर को थाना विधानसभा के ग्राम सकरी के तालाब खदान पास परमानंद चतुर्वेदी की हत्या हुई थी. हत्या का मुख्य कारण संपत्ति बंटवारा था. मृतक की चाची एवं दादी ने मिलकर 1 लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या कराई थी. हत्या का मुख्य आरोपी उमाशंकर धृतलहरे जिसने धर्मेन्द्र, कैलाश एवं हरीश कुमार के साथ मिलकर हत्या की योजना बनायी थी. योजना के मुताबिक हत्या की घटना को अंजाम दिए थे. मृतक 1 महीने पूर्व ही धारा 34(2) आबकारी एक्ट के प्रकरण में छूटकर जेल से आया था. आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त चाकू, मोटर सायकल, एक्टिवा, हत्या कराने सुपारी में दी गई रकम 79 हजार रुपए जब्त किया गया. आरोपियों के विरूद्ध थाना विधानसभा में धारा 302, 34 भादवि. के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच और थाना विधानसभा की टीम ने निशानदेही के आधार पर अज्ञात आरोपियों को गिरप्तार किया गया. आरोपियों ने पूछताछ में पहले पुलिस को गुमराह किया. पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने युवक की हत्या करना स्वीकार कर लिया. पूछताछ में घटना का मुख्य आरोपी उमाशंकर ने बताया कि मृतक परमानंद चतुर्वेदी की चाची भगवती बाई एवं दादी फूलबतिया चतुर्वेदी हैं. परमानंद कुछ दिनों पूर्व थाना मंदिर हसौद से धारा 34(2) आबकारी एक्ट के प्रकरण में जेल में बंद था, जो 1 महीना पूर्व ही जेल से छूट कर आया था. मृतक ने अपनी चाची एवं दादी को मेरा जमानत कराने क्यों नहीं आए कहकर आए दिन झगड़ा कर संपत्ति का बंटवारा मांगता था. जिससे परेशान होकर मृतक की चाची एवं दादी ने मिलकर अपने रिश्तेदार उमाशंकर धृतलहरे को इस बात की जानकारी दी. इसके बाद दोनों ने परमानंद की हत्या करने उमाशंकर धृतलहरे को 1 लाख रुपए की सुपारी दी. इसके बाद उमाशंकर ने अपने साथी धर्मैंद, कैलाश और हरीश कुमार के साथ मिलकर परमानंद चतुर्वेदी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी.