नई दिल्ली . दिल्ली में महज दो दिनों के भीतर शुक्रवार को प्रदूषण खराब श्रेणी से गंभीर श्रेणी में पहुंच गया. इसके मद्देनजर केंद्रीय गुणवत्ता आयोग ने ग्रैप के तीसरे चरण की पाबंदियों को एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर में लागू कर दिया है. इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में सरकारी कार्यों को छोड़कर निर्माण और ध्वस्तीकरण के सभी काम बंद रहेंगे.

दिल्ली में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 409 रहा, जो गंभीर श्रेणी में आता है. इससे पहले गुरुवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 358 था. वहीं, प्रदूषण के मामले में देशभर में बिहार का बेगूसराय पहले नंबर पर रहा, जबकि राजधानी दिल्ली दूसरे स्थान पर रही.

कुछ दिनों तक राहत नहीं प्रदूषण पर निगरानी रखने वाली संस्थाओं का मानना है कि अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण में बड़ी राहत नहीं मिलेगी. इसे ध्यान में रखते हुए वायु गुणवत्ता आयोग ने ग्रैप के तीसरे चरण की पाबंदियों को लागू कर दिया है. ग्रैप का पहला और दूसरा चरण पहले से ही लागू है. आयोग ने प्रदूषण की रोकथाम में लगी एजेंसियों को तुरंत प्रभाव से इन पाबंदियों को लागू करने के निर्देश दिए हैं.

ग्रैप की पाबंदियों का पालन करने की अपील आयोग के अनुसार, दिल्ली में हवा की धीमी रफ्तार, तापमान में गिरावट और कोहरे के चलते वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. आयोग ने लोगों से ग्रैप की पाबंदियों का पालन करने की अपील की है, ताकि प्रदूषण को कम करने में मदद मिल सके.

कड़कड़ाती सर्दी की चपेट में उत्तर भारत के राज्य

पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने मौसम में ठंडक बढ़ा दी है. सर्द हवाओं के असर से उत्तर भारत के कई राज्य शीतलहर की चपेट में हैं. कड़ाके की ठंड के बीच मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों में पारा और लुढ़कने की उम्मीद जताई है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में न्यूनतम तापमान 4-8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. वहीं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, दक्षिणी राजस्थान में न्यूनतम तापमान 8-12 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया. राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह घना कोहरा रहने की संभावना है. इसके चलते मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.