रायपुर। राज्य के दूरस्थ तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर वनमण्डल में वन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में तेंदूपत्ता संग्रहण के साथ-साथ लघु वनोपजों का संग्रहण कार्य तेजी से जारी है। इससे लाॅकडाउन के दौरान विषम परिस्थिति में भी यहां वनवासी-ग्रामीणों को तेंदूपत्ता तथा वनोपजों के संग्रहण से काफी राहत है और यहां 72 हजार 405 संग्राहकों को रोजगार के साथ-साथ आय का भरपूर लाभ मिला है।

इस संबंध में वनमण्डलाधिकारी डी.के. साहू ने बताया कि बीजापुर वनमण्डल के अंतर्गत चालू सीजन में अब तक लक्ष्य से अधिक 82 हजार 526 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है, जबकि लक्ष्य 80 हजार 500 मानक बोरा निर्धारित था। तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य से यहां 43 हजार 586 संग्राहकों को रोजगार उपलब्ध हुआ है। इसमें तेंदूपत्ता संग्राहकों को लगभग 33 करोड़ रूपए के पारिश्रमिक का भुगतान जारी है। इसी तरह बीजापुर वनमण्डल में अब तक 2 करोड़ 43 लाख रूपए की राशि के 8 हजार 777 क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण हो चुका है। इससे 28 हजार 819 संग्राहक अब तक लाभान्वित हो चुके हैं।

बीजापुर वनमण्डल के अंतर्गत अब तक संग्रहित लघु वनोपजों में एक करोड़ 73 लाख रूपए की राशि के 5 हजार 567 क्विंटल इमली का संग्रहण 13 हजार 200 संग्राहकों द्वारा किया जा चुका है। इसी तरह एक हजार 249 संग्राकहों द्वारा 4 लाख 85 हजार रूपए की राशि के 285 क्विंटल बहेड़ा, 126 संग्राहकों द्वारा 17 क्विंटल हर्रा तथा 4 हजार 489 संग्राहकों द्वारा 9 लाख 44 हजार रूपए की राशि के 674 क्विंटल चरौटा का संग्रहण शामिल है। इसके अलावा 7 हजार 846 संग्राहकों द्वारा 52 लाख 92 हजार रूपए की राशि के एक हजार 978 क्विंटल महुआ फूल तथा 81 संग्राहकों द्वारा 24 हजार रूपए की राशि के 4 क्विंटल फूल इमली का संग्रहण शामिल है।