हैदराबाद। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव की 150 सीटों के लिए सियासी संग्राम तेज हो गया है. चुनाव अखाड़े में पूरे दमखम के साथ भाजपा ने उतरकर अब तक के चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बीच होने वाली लड़ाई को त्रिकोणीय कर दिया है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद में रोड शो कर पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. एक दिसंबर को मतदान होगा, वहीं 4 दिसंबर को मतों की गणना होगी.

पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हैदराबाद निगम चुनाव में उसकी झांकी नजर आने लगी है. साधारण से नजर आने वाले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा किस कदर बदल दिया है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव प्रचार शुरू होने के बाद से अब तक भाजपा के हिन्दुत्व का चेहरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा मंत्री प्रकाश जावडेकर व स्मृति ईरानी के अलावा सांसद तेजस्वी सूर्या भी प्रचार कर चुके हैं. इसमें टीआरएस के साथ-साथ असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी  एआईएमआईएम पर हमला करने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ रहे हैं.

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव इस बार पूरी तरह से राष्ट्रीय चुनाव की तरह ही नजर आ रहा है. मतदाताओं और कार्यकर्ताओं के लिए भी स्टार वार्स की वजह से यह चुनाव अहम हो गया है. निगम चुनाव में पिछली बार तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस ने  99 सीटों पर जीत हासिल कर बाजी मारी थी, वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के खाते में भी 44 सीटें गई थीं. लेकिन इस बार बीजेपी ने इस लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है.

एक को मतदान, चार को परिणाम

अब बात आंकड़ों की, ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में 150 वार्डों में कुल 74,04,286 लाख वोटर हैं, जिनमें से 52.09 फीसदी पुरुष और 47.90 प्रतिशत महिला मतदाता हैं. मयलारदेपल्ली में सबसे अधिक मतदाता 79,290 हैं, जबकि रामचंद्रपुरम में सबसे कम 27,997 वोटर हैं. बंसीलालपेट डिवीजन में महिला मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. चुनाव के लिए कुल 2,700 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे.

257 मतदान केंद्र अति संवेदनशील

निर्वाचन अधिकारी पार्थसारथी ने बताया कि जीएचएमसी मतदान के लिए 48 हजार कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है. इसी क्रम में 1,439 सामान्य मतदान केंद्र है. इसके अलावा 1,004 संवेदनशील और 257 अति संवेदनशील केंद्र है. उन्होंने बताया कि एसटी को 2 वार्ड, एससी को 10 वार्ड, बीसी को 50 को वार्ड, जनरल को 44 वार्ड अन्य जनरल को 44 वार्ड आवंटित किये गये हैं.