समीर शेख, बड़वानी। शादियों में लोग बड़ी गाड़ियों का काफिला जरूर देखते हैं। लेकिन ऐसा बेहद कम हुआ है जब ट्रैक्टर से बारात को ले जाते देखा गया है।मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले की एक अनोखी बरात चर्चा में है। यहां करोड़ों की गाड़ियों में नहीं बल्कि ट्रैक्टर में सवार होकर बाराती शादी समारोह में पहुंचे। एक तरफ दूल्हा जहां बग्गी में चल रहा था वहीं 15 ट्रैक्टर में सवार होकर बाराती उसके पीछे आ रहे थे। दूल्हे ने बताया कि उसके पिता का सपना था कि उसकी शादी आदिवासी संस्कृति और परंपरा से हो।
ट्रैक्टर वाली बारात निकाली गई है। यहां बड़वानी जिला मुख्यालय से मात्र 4 किलोमीटर दूर ग्राम जामदा बेड़ी में अनोखा नजारा दिखा है। यहां के रहने वाले सुमेरसिंह बड़ोले की शादी बड़वानी की एक युवती के साथ हुई है। युवक का मानना है कि आदिवासी संस्कृति और परंपरा को जीवित रखना है। उसी के चलते आदिवासी रीति रिवाजों के अनुसार शादी की गई। उन्होंने यह भी बताया कि उसके पिता का सपना था कि टेक्टरों से बारात निकाली जाए। इसलिए पिता का सपना पूरा करते हुए अलग तरीके से बारात निकाली गई है।
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दूल्हा अपनी शादी के लिए खुद बग्गी से गया। उसके पीछे-पीछे 15 से ज्यादा ट्रैक्टर चल रहे थे। दूल्हा सुमेर सिंह पेशे से किसान है। बारात दूल्हे के निवास गांव जामदा बेड़ी से निकली है। ट्रैक्टर से बारात देखकर लोग हैरान रह गए। बारात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं सड़क किनारे बारात को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई थी।
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दरअसल, यह शादी जामदा बेड़ी गांव के निवासी सुमेरसिंह पिता बीजेसिह बड़ोले की थी। दुल्हन बड़वानी जिला मुख्यालय के विनायक विहार कॉलोनी की रहने वाले रामाजी चौहान की पुत्री रोशनी है। सुमेरसिंह की बारात बग्गी और एक डीजे संग 15 से ज्यादा ट्रैक्टरों पर निकाली गई। दूल्हा सुमेरसिंह बग्गी पर आगे आगे चल रहा था, जिनके पीछे चल रहे 15 से ज्यादा ट्रैक्टरों पर करीब 100 बाराती सवार थे। वहीं, ट्रैक्टरों का काफिला का करीब एक किलोमीटर लंबा था।
ट्रैक्टर से बारात देखकर बड़वानी शहर के लोग हैरान रह गए। दूल्हे सुमेरसिंह ने कहा कि उनके पिता बीते एक महीने से वे सुमेरसिंह की शादी की तैयारियों में लगे हुए थे। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर ही एक किसान की पहचान होती है। इसीलिए उनके मन में विचार आया। ट्रैक्टरों का काफिला लेकर बेटे सुमेरसिंह की बारात निकालने का प्लान बनाया। सुमेरसिंह की चाहत थी कि वह बग्गी पर सवार होकर निकले।
दूल्हे सुमेरसिंह ने बताया कि मैं अपनी शादी में कुछ अलग और अनोखा करना चाहता था जिससे वह यादगार बन जाए। उसी तरह मैं भी बग्गी पर सवार हो गया। सभी बाराती लगभग 15 से ज्यादा ट्रैक्टरों पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचे। दूल्हा सुमेरसिंह अपनी दुल्हनिया रोशनी को लेने बड़वानी शहर पहुंच गया। शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
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