राकेश चतुर्वेदी भोपाल। देश के पहले सीएडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर क्रैश में जीवित बचे एकमात्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने भी बुधवार को दम तोड़ दिया। कैप्टन वरुण का अंतिम संस्कार शुक्रवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में किया जाएगा। जानकारी के अनुसार उनका पार्थिक देह गुरुवार दोपहर 2.30 बजे भोपाल पहुंचेगी। एयरपोर्ट रोड स्थित सनसिटी कॉलोनी में श्रद्धांजलि सभा होगी। 17 दिसंबर को सुबह 11 बजे भदभदा विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार होगा।
बता दें कि कैप्टन वरुण सिंह के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भोपाल के एयरपोर्ट रोड स्थित सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं। कैप्टन वरुण उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे।
शौर्य चक्र से सम्मानित थे वरुण
रिपोट्र्स के मुताबिक साल 2020 में एक हवाई इमरजेंसी के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए वरुण सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर कैप्टन को इस सम्मान से नवाजा गया था।
यूपी के रहने वाले हैं वरुण सिंह
वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले हैं. डीएसएससी में पदस्थ होने के चलते उनका पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, कांग्रेस नेता और प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं।
हेलीकॉप्टर कैश में 14 लोगों की गई जान
बता दें कि तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में 8 दिसंबर को दोपहर 12.20 बजे सेना का एमआई -17वी 5 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। घने जंगलों में हुए इस हादसे के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएम) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 14 अफसर सवार थे। इस हादसे में कैप्टन वरुण को मिलाकर कुल 14 लोगों की मौत हो गई।
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