उज्जैन। क्षिप्रा नदी में धमाके के साथ आग निकलने के मामले में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम की जांच रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में धमाके की वजह नदी में मिथेन या इथेन गैस होने का अंदेशा जाहिर किया गया है। जीएसआई की रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर ने ओएनजीसी को पत्र लिख जांच के लिए कहा है।

जीएसआई द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में धमाके की स्पष्ट वजह नहीं बताई गई है। जीएसआई ने रिपोर्ट में कहा है कि धमाके की वजह मिथेन, इथेन हो सकती है। इसके साथ ही रिपोर्ट में कुछ सुझाव दिया गया है कि अपशिष्ठ पदार्थो को नदी में फेंकने से रोकना होगा। नदी में सफाई की जरूरत है, समय-समय पर इसकी देख रेख करना होगा। यहां पूजन सामग्री और अपशिष्ट पदार्थ से बचाने के लिए विशेष ध्यान रखना होगा। इसके साथ ही जीएसआई ने ओएनजीसी की टीम को बुलाकर जांच कराने का कलेक्टर को सुझाव दिया है।

जीएसआई के सुझाव के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने ओएनजीसी के अधिकारियों से संपर्क कर जांच के लिए कहा है। मामले में कलेक्टर ने कहा कि ओएनजीसी के अधिकारियों की जांच और जीएसआई की रिपोर्ट के आधार पर नदी में धमाके की वजह स्पष्ट हो पाएगी। उन्होंने 13 मार्च को शनि अमावस्या के दिन होने वाले स्नान को लेकर कहा कि इस जगह को प्रतिबंधित कर दिया गया है।