रायपुर। कर अदायगी से बचने के लिए कारोबारी तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं. कर अधिकारी भी तू डाल-डाल तो मैं पात-पात की कहावत को अंजाम देते हुए कारोबारियों के हथकंड़ों का भंडाफोड़ करने के लिए नायाब तरीका अपनाते हैं. ऐसा ही कुछ दुर्ग में जीएसटी के अधिकारियों ने किया, जिसमें छोटी सी दुकान में पान मसाला बेचने वाले कारोबारी के गोदाम का खुलासा किया, जिससे लाखों की कर चोरी का अनुमान है.

जीएसटी के अधिकारियों को दुर्ग के इंदिरा मार्केट में पान मसाला की छोटी दुकान चलाने वाले कारोबारी दिलीप के बड़े गोदाम की भनक लगी. इसकी पड़ताल करने के लिए अधिकारियों ने सुबह-सुबह साइकिल में हाफ पैंट और टी-शर्ट पहनकर दिलीप के पीछे हो लिए. दिलीप के सिंधी कालोनी स्थित गोदाम पहुंचने पर अधिकारियों ने उसी से पूछ लिया कि क्या यहां कोई पान मसाला की दुकान है. इस पर कारोबारी ने उन्हें धुड़ककर भगा दिया. इससे शक यकीन में बदल गया और दूसरे दिन दुकान और गोदाम में छापामार कार्रवाई की.

कारोबारी किस कदर शातिर था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गोदाम से पान मसाला को लाने-ले-जाने के लिए वह टॉफी के कार्टून का इस्तेमाल किया करता था. इसकी वजह से उसके गोदाम का किसी को अहसास नहीं था. लेकिन जिस पान मसाला का वह कारोबार कर रहा था. कारोबारी अपने इंदिरा मार्केट दुकान में कम माल रखता था और उसके साथ कम कारोबार भी दिखाता था. लेकिन शहर में दूसरा कोई डीलर नहीं होने के बाद भी ज्यादातर स्थानों में उस ब्रांड का पान मसाला दिखने की वजह से अधिकारियों को शक हुआ था, जिसके आधार पर उन्होंने कार्रवाई की.

एक और कारोबारी की पकड़ी गई गड़बड़ी

दिलीप की तरह दुर्ग शहर में पान मसाला का दूसरा कारोबारी के भी प्रतिष्ठान में कार्रवाई की गई. जानकारी के अनुसार, राठी इंटरप्राइजेस में भी पान मसाला के कारोबार में लेजर और स्टाक में गड़बड़ी मिली. ई-बिल पर सही जानकारी नहीं दे पाने पर टैक्स वसूली की कार्रवाई करते हुे 11.5 लाख रुपए की वसूली की गई. इसके अलावा पेनाल्टी और ब्याज भी लगाने की बात अधिकारियों ने कही है.