रायपुर. अतिथि व्याख्याता समूह छत्तीसगढ़ ने मंगलवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव से मुलाकात कर नए वर्ष की बधाई देते हुए नियमितिकरण की मांग रखी, जिस पर सिंहदेव ने दोहराया कि किसी भी अनियमित दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी को अब नौकरी से नही निकाला जाएगा तथा उन्हें नियमित करने की कार्रवाई की जाएगी.

व्याख्याताओं ने कहा कि जब मेडिकल कॉलेज के संविदा डाक्टरों को लोक सेवा आयोग परीक्षा की जगह स्वशासी समिति के माध्यम से नियमित किया जा सकता है, तो अनियमित एवं सीलिंग के अधीन दैनिक वेतनभोगी अतिथि व्याख्याताओं को भी नियमितीकरण का लाभ मिलना ही चाहिए. अतिथि व्याख्याता संविदा पद नहीं है तथा अनियमित या 800 रूपए अधिकतम दैनिक वेतन प्राप्त करने वाले व्याख्याताओं को 20,800 की मासिक सीलिंग के अधीन रखा गया है, जो कि उन्हें किसी भी माह नहीं मिला है.

पूर्व सरकार के समक्ष व्याख्याताओं ने अपनी मांग चरणबद्ध तरीके से रखी थी, जिस पर सभी को सौतेले व्यवहार का सामना करना पड़ा था। लामबंद हुए व्याख्याताओं ने सत्तादल का प्रत्यक्ष विरोध भी किया था. घोषणा पत्र के अनुसार दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमितिकरण का लाभ मिलना है. ऐसे में तृतीय श्रेणी के समान दैनिक वेतन प्राप्त अतिथि व्याख्याताओं को उम्मीद मिली है.

इस दौरान प्रमुख रूप से भानु प्रताप आहिरे, महेश गुप्ता, रौशन कश्यप, अंकुश सिसौदिया, पूजा द्विवेदी, शिल्पा तिवारी, गौरव गोयल, नम्रता मिश्रा, शिल्पी एक्का, नम्रता मिश्रा, संजीव कुशवाहा, अभिजीत मिंज सहित सैंकड़ों की संख्या में सरगुजा विश्वविद्यालय के संबंधित 50 से अधिक महाविद्यालयों के अतिथि व्याख्यातागण मौजूद थे.