सत्यापाल राजपूत रायपुर। कोरोना काल में अतिथि व्याख्याताओं ने अपनी मांग को रखने के लिए हड़ताल, धरना-प्रदर्शन के विकल्प के तौर पर सोशल मीडिया को माध्यम बनाए हुए है. हर दिन सोशल मीडिया के अलग-अलग माध्यम से सरकार से निवेदन किया जा रहा है. इस कड़ी में ट्विटर पर प्रदेश भर के अतिथि व्याख्याताओं ने अपनी मांगे रखी.

अतिथि व्याख्याता समूह छत्तीसगढ़ ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से 2011-12 के नियमों में बदलाव के लिए एकडुट हो गए हैं. अतिथि व्याख्याता अपनी तीन मांग – शीलिंग वाले दैनिक वेतन के ‌स्थान पर एकमुश्त मासिक‌ वेतन, चंद‌ महीने की सेवा के‌ जगह पर पूर्ण कालिक अवधि और स्थानांतरण से सुरक्षित स्थिति की मांग की है.

 

अतिथि व्याख्याता संघ के राज्य समन्वयक भानु आहिरे ने ट्वीट हेंडल पर #माननीय मुखिया जी हमारा कल्याण करिए #वक्त है बदलाव का #अतिथि व्याख्याता #जोहार‌ छत्तीसगढ़ पोस्ट किया जिस पर लगातार रिट्विट्स हो रहें हैं. समूह ने अपील की कि प्रदेश भर के जितने अतिथि व्याख्याता हैं, वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर, फेसबुक पर मुख्यमंत्री से लगातारप्रार्थना करते रहें. मुखिया तक हमारी मांग अवश्य पहुंचेगी. पहले भी ज्ञापन सौपा गया है.