रायपुर. कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच क्या कहा कि इसके बाद कांग्रेस तुरंत बैकफुट पर आ गई. ये बयान गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए होने वाली पहले दौर की वोटिंग के ठीक 2 दिन पहले आया. अय्यर के बयान से कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के माथे पर पसीने छलछला आए. वहीं भाजपा की बांछें खिल गईं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सूरत में चुनावी रैली कर रहे थे. उन्होंने मणिशंकर अय्यर के अपमानजनक बयान पर कहा कि आप सबने मुझे देखा है, मैं सीएम रहा, पीएम हूं, लेकिन किसी को मेरे कारण शर्मिंदा नहीं होना पड़ा. फिर भी वे मुझे नीच कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता 18 दिसंबर को ऐसी घटिया भाषा का जवाब देंगे.

हालांकि राहुल गांधी को अय्यर के बयान के बाद ही समझ में आ गया था कि ये बयान किस तरह से कांग्रेस को  बैकफुट पर धकेल सकती है. उन्होंने तुरंत मणिशंकर अय्यर के बयान की निंदा की और उन्हें इसके लिए माफी मांगने को कहा. वहीं बाद में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी मणिशंकर अय्यर को निलंबित कर दिया गया.

प्रियंका वाड्रा ने भी मोदी को नीच कहने की गलती की थी

प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मोदी की राजनीति को नीच राजनीति कहा था. जिसका जबरदस्त खामियाजा कांग्रेस को लोकसभा चुनाव 2014 में उठाना पड़ा था. क्योंकि मोदी ने इस बयान को अपने पक्ष में जमकर भुनाया था. मोदी ने लोकसभा चुनाव के प्रचार में कहा था कि उनकी जाति को नीच बताया जा रहा है. माना जाता कि इस बयान का उन्हें जबरदस्त फायदा हुआ और उत्तरभारत में छोटी जातियों का एकतरफा वोट बीजेपी को मिला.

दरअसल, प्रियंका ने कहा था कि मोदी की नीच राजनीति का जवाब अमेठी की जनता देगी. इसके बाद जो सियासी हलचल मची थी, जिसका डैमेज कंट्रोल कांग्रेस बार-बार सफाई देने के बाद भी नहीं कर पाई थी. बता दें कि गुजरात विधानसभा के लिए 9 दिसंबर को पहले चरण और 14 दिसंबर को दूसरे दौर की वोटिंग है. 18 दिसंबर को चुनाव के आएंगे.