चंडीगढ़. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संगरुर के निकटवर्ती गुज्जरां गांव में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत की घटना का संज्ञान लेते हुए पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी है. आयोग के शुक्रवार को यहां जारी बयान के अनुसार घटना विषैली शराब बनाने और उसकी बिक्री को रोकने में विफलता के मामले में स्थानीय प्रशासन और सरकार की लापरवाही को दर्शाती है.

आयोग ने प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें एफआईआर, पीड़ितों के उपचार, पीड़ित परिवारों को दिए गए मुआवजे के बारे में बताना होगा.

कैंथ ने चीमा का इस्तीफा मांगा

शराब से आठ लोगों की मौत को लेकर भारतीhय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने वित्त एवं उत्पाद शुल्क एवं कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा से इस्तीफा मांगा है. कैंथ ने यहां जारी बयान में गुज्जरां और ढंडोली खुर्द में हुई दर्दनाक त्रासदी में पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की घटनाएं भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी पंजाब सरकार की कमजोर नीति का नतीजा हैं.

उन्होंने कहा कि चीमा को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम 89 की धाराओं के तहत भी मामला दर्ज करने की मांग की.