रायपुर/दिल्ली। गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए भूपेश बघेल मंत्रिमंडल के चार मंत्रियों को लोकसभावार जिम्मेदारी सौंपी गई है. इनमें उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल को साबरकांठा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम को अहमदाबाद, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत को खेड़ा और नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया को सूरत लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर हर पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. कांग्रेस ने चुनाव से पहले 37 पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं. इनमें छत्तीसगढ़ के अलावा विभिन्न राज्यों के विधायकों को कांग्रेस ने तरजीह दी है. ज्यादातर पर्यवेक्षक राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से हैं. चुनाव के सिलसिले में कांग्रेस टॉस्क फोर्स की सोमवार को पांच घंटे तक बैठक हुई थी.

बैठक में गुजरात के नेताओं को राज्य में पिछले 27 वर्षो से शासन कर रही बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होकर तैयारी करने को कहा गया. रणनीति के हिस्से के रूप में, पार्टी विशेष रूप से कोविड महामारी के दौरान राज्य सरकार की विफलता को उजागर करेगी.

बैठक में कौन-कौन हुए शामिल

टॉस्क फोर्स की बैठक में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार सुनील कानूनगोलू मौजूद थे.

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