शब्बीर अहमद,भोपाल/शेखर उप्पल,गुना। मध्यप्रदेश की आज की सबसे बड़ी खबर गुना जिले से सामने आई थी. गुना में काले हिरण के शिकार की सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर शिकारियों ने फायरिंग कर दी थी. इस गोलीबारी में एक एसआई समेत 3 पुलिसकर्मी मारे गए. अब सूत्रों से पता चला है कि हत्याकांड के अपराधियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. लेकिन पुलिस आरोपियों को उन्हीं के जवाब में सीधे एनकाउंटर कर रही है. पुलिस ने पहले नौशाद खान, फिर शहजाद खान को भी एनकाउंटर में मार गिराया है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही कह चुके हैं कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई इतिहास बनेगी. अब एमपी पुलिस भी उसी नक्से कदम पर आगे बढ़ रही है. अपराधियों को उन्हीं की करतूत की तरह जवाब दिया जा रहा है. इसलिए गुना मामले में दूसरे आरोपी का भी एनकाउंटर कर दिया गया है. पुलिस ने मुठभेड में शहजाद खान भी एनकाउंटर में मार गिराया है.

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कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि आरोपियों को जयवर्धन सिंह और राधौगढ़ किले का संरक्षण है. उन्होंने कहा कि पहले आरोपी नौशाद खान मुठभेड़ में घायल था, जिसके उसके घर से बरामद किया गया है. शहजाद ने 8 राउंड गोली चलाई थी, वो जंगल में भाग रहा था, जिसे पुलिस ने मार गिराया है. इससे पहले भी कच्ची शराब दुकान में छापेमार कार्रवाई की गई थी. जिसमें संरक्षण मिला हुआ था. स्थानीय विधायक जयवर्धन सिंह का संरक्षण था. जिनते भी अपराधी होगी, सभी का बुरा अंजाम होगा.

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सूत्रों से खबर मिली है कि आरोन शिकार मामले में पुलिस की सख्ती के बाद अपराधियों का हौसला टूट चुका है. अपराधियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. हालांकि इस मामले में पुलिस की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. यही वजह है कि शहजाद खान का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है.

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बता दें कि गुना जिले की आरोन थाना क्षेत्र में सूचना मिली थी कि शहर के कुछ लोग जंगल में काले हिरण का शिकार कर रहे हैं. जब पुलिस टीम वहां पहुंची तो बदमाशों और पुलिस के बीच में मुठभेड़ शुरू हो गई. इस मुठभेड़ में एसआई राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की गोली लगने से उनकी मौत हो गई. इस पटना में ड्राइवर भी गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है, जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. यह घटना सुबह तकरीबन 3 और 4 बजे के बीच हुई.

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