दिल्ली. हरियाणा के गुड़गांव शहर का नाम सरकार ने हाल ही में गुरुग्राम किया है. इस नाम बदलने को लेकर खासा बवाल हुआ था. खास बात ये है कि जिस गुरु के नाम पर गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम किया गया वो गुरु ही गायब हो गए.
दरअसल गुड़गांव का नाम हरियाणा सरकार ने गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर गुरुग्राम रखा था. इस नाम बदलने को लेकर काफी बवाल भी हुआ था लेकिन सरकार आखिरकार इस शहर का नाम बदलकर ही मानी. अब एक नया बवाल खड़ा हो गया है. दरअसल जिस गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर सरकार ने गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम रखा. उन गुरु द्रोणाचार्य की मूर्ति ही शहर के बीचोंबीच से गायब हो गई है. दरअसल ये पूरे शहर में उनकी इकलौती मूर्ति थी. जो पिछले तीस सालों से रखी हुई थी. शहर के बेहद मशहूर राजीव चौक के पास स्थित गुरु द्रोणाचार्य की आदमकद मूर्ति शहर में कई सालों से एक पार्क में लगी थी. अचानक इस मूर्ति के गायब होने की जब पड़ताल की गई तो किसी को इस मूर्ति के गायब होने की जानकारी नहीं है.
इस बारे में न तो नगर निगम को कोई जानकारी है और न ही जिला प्रशासन को. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर गुरु द्रोणाचार्य की मूर्ति गई तो कहां गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि या तो इस प्रतिमा को किसी ने नष्ट कर दिया है या फिर इसे शरारती तत्वों ने गायब कर दिया है. लोग इस बात से हैरान हैं कि इस बारे में किसी को कोई जानकारी ही नहीं है.
गौरतलब है कि सितंबर 2016 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम कर दिया था. जिसकी विपक्ष समेत कई कारपोरेट समूहों ने काफी आलोचना की थी.