कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां 10 हजार रुपए की नौकरी करने वाले रसोइये को इनकम टैक्स ने नोटिस भेजा है। आंकड़ा हजार या लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में है। जी हां, भिंड निवासी युवक को IT डिपार्टमेंट ने 46 करोड़ रुपए का नोटिस थमाया है। जिसके बाद उसने एसपी से गुहार लगाई है।

दरअसल, भिंड निवासी रविन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि 2019 से 2023 तक मेहरा टोल प्लाजा आगरा-ग्वालियर बायपास पर मेस हेल्पर के रूप में काम करता था। उसके साथ मेहरा टोल प्लाजा पर बिहार का रहने वाला शशिभूषण राय भी था जो सुपरवाइजर के पद पर था। उसने रविन्द्र से कहा कि उसका पी.एफ. बकाया है, मैं निकलवा देता हूं। 

उसने बताया कि छठवीं क्लास तक ही पढ़ा है। इसलिए कम जानकारी रखता है। उसने अपने आधार कार्ड और पेनकार्ड सुपरवाईजर शशि भूषण राय का दे दिए थे। बाद में उसने कहा कि इसके लिए उसे दिल्ली चलना पड़ेगा। दिल्ली पहुंचने पर उसने पी.एन.बी. बैंक में उससे डिजिटल साइन कराए थे और फोटो खिंचवा दिए और अपने साथ मेहरा टोल प्लाजा ले आया और कहा कि कुछ दिनों बाद उसका पी.एफ. अकाउंट में आ जायेगा। 

साल 2023 में उसने टोल की नौकरी छोडकर महाराष्ट्र चला गया। जहां स्कोडा कम्पनी में काम करने लगा। साल अप्रैल 2025 में इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस उसके घर पहुंचा दिया जिसमें अकाउंट से 46 करोड़ 18 लाख 32 हजार 916 रुपए का लेन-देन बताया और दूसरा नोटिस जुलाई 2025 में आया। तब उसने अपने मेन अकाउंट पंजाब नेशनल शाखा भिण्ड में है। जांच में पता चला कि उसके नाम से शौर्य इंटरनेशनल ट्रेडर्स के नाम से कंपनी है। 

पीड़ित ने इस मामले में धोखाधड़ी की शिकायत की है। साथ ही ग्वालियर साइबर सेल एसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। 

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