कमल वर्मा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में लापता नाबालिग बच्चे का पहाड़ों के बीच पत्थरों के नीचे दबा शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव पड़े होने की जानकारी मिलते ही पुलिस और FSL टीम मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस और FSL टीम को प्रथम दृश्या हत्या प्रतीत हो रही है नाबालिक छात्र घर से वहां कैसे पहुंचा पुलिस जांच में जुट गई हैं।

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दरअसल ग्वालियर के तिघरा थाना क्षेत्र के देवखो पहाड़ों के बीच शव पड़े होने की जानकारी पुलिस को चरवाहों ने दी। जानकारी मिलते ही पुलिस और FSL टीम देर रात ही मौके पर देवखो पहुंची। पहाड़ों के बीच पत्थरों के नीचे एक बच्चे का हाथ दिखा, जिसके बाद पुलिस और FSL टीम ने नाबालिग बच्चे के शव को पत्थरों के बीच से निकालकर निगरानी में लिया। इसके बाद जिले के सभी थाने में इसकी जानकारी दी गई।

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जिले के थानों से 12 साल के लगभग लापता बच्चों की जानकारी ली गई। तो सामने आया कि, एक बच्चा पुरानी छावनी थाना क्षेत्र के मोतीझील निवासी लापता है। शव की पहचान के लिए मोती झील निवासी महिला कमलेश राजपूत मौके पर पहुंची और शव की पहचान अपने बेटे हेमसिंह राजपूत के रूप में की। महिला कमलेश ने पुलिस को बताया की उनका बेटा सोमवार के दिन मंदिर का कहकर गया था। पर रात तक नहीं लौटा तो उसकी गुमशुदगी पुरानी छावनी थाने में दर्ज की थी। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है की बच्चा पुरानी छावनी से इतनी दूर किसके साथ आया और घटना को किसने अंजाम दिया हैं।

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