कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों और अधिकारियों की आठवें दिन भी हड़ताल जारी है. जिस कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा असर देखने को मिल रहा है. ग्वालियर जिले में जिला अस्पताल सहित कई शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है. जिनसे वहां पहुंचने वाले मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है.

दरअसल मुरार जिला अस्पताल में मरीज के अटेंडर खुद ही स्ट्रेचर घसीटते हुए नजर आ रहे हैं, तो कई मरीज ऐसे भी दिखे जो ऑपरेशन कराने के बाद वापस अस्पताल में मरहम पट्टी कराने आए थे. लेकिन उन्हें भी निराश होना पड़ा. वही जांच करवाने के लिए भी मरीजों को काफी इंतजार करना पड़ रहा है.

एमपी में बढ़ी ठंड, कई जिलों में ठिठुरन: नौगांव में 6 और उमरिया में 5.5 डिग्री सेल्सियस पहुंचा न्यूनतम तापमान, 25 दिसंबर के बाद बर्फबारी और बारिश के आसार

यह सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मी कोरोना जांच केंद्र, ब्लड सैंपल कलेक्शन, डाटा एंट्री सहित कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को करते है. यही वजह है कि अब स्वास्थ्य विभाग भी मानने लगा है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के कारण व्यवस्थाओं पर काफी असर पड़ रहा है. हालांकि इस दौरान मरीजों को परेशानी न आए इसको लेकर वैकल्पिक कर्मचारियों की व्यवस्था की गई है.

कोरोना के नए वेरिएंट के बाद एक्शन में सरकार: जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे सैंपल, यूथ कांग्रेस ने राज्य और केंद्र सरकार से सख्त गाइडलाइन का पालन कराने की अपील

गौरतलब है कि जिले में लगभग 150 उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहे हैं और सभी केंद्रों पर सेवाएं देने वाले लगभग 738 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की तैनाती हैं. इनके हड़ताल पर जाने से इन केंद्रों पर भी स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus