कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। एनएचएम भर्ती पेपर लीक (NHM Paper Leak) कांड मामले में सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र तोमर को हिरासत में लिया गया है। SI शैलेंद्र को इंदौर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर से हिरासत में लिया है। पेपर लीक कांड के सरगना ने उप निरीक्षक के खाते में रुपए भेजे थे। सरगना तरुणेश अर्जरिया ने शैलेंद्र तोमर के खाते में 7 लाख का ट्रांजेक्शन किया था। एसआई शैलेंद्र और तरुणेश के बीच 14 साल से दोस्ताना संबंध है। सब इंस्पेक्टर से पेपर लीक कांड और अन्य परीक्षाओं के बारे में पूछताछ चल रही है। ग्वालियर पुलिस एनएचएम पेपर लीक कांड में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
ये है पूरा मामला
बीती 7 फरवरी 2023 को नेशनल हेल्थ मिशन (National Health Mission) के तहत संविदा नर्सिंग स्टाफ भर्ती परीक्षा (Nursing Staff Recruitment Exam) का आयोजन संपूर्ण मध्यप्रदेश में किया गया था। इसी दौरान ग्वालियर क्राइम ब्रांच पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि नर्सिंग भर्ती परीक्षा का पेपर जो आयोजित किया जा रहा है वह लीक हो चुका है, मुखबिर के इनपुट पर क्राइम ब्रांच ने ग्वालियर के टेकनपुर स्थित एक होटल से 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
बहुचर्चित एनएचएम पेपर लीक मामले में पुलिस दो महीने की जांच के बाद बताया कि ऑनलाइन पेपर कंडक्ट कराने वाली दो कंपनियों एप्टेक, एमईएल मुंबई और नोएडा के तीन कर्मचारियों से सरगनाओं की मिलीभगत के चलते यह पर्चा लीक हुआ था। दीपक मेवाड, रवि राठौर, चिराग अग्रवाल ने इसे 50 लाख रुपये में बेचा था।
वहीं ग्वालियर (Gwalior) के विभिन्न छात्रों से उनके मूल दस्तावेज रखकर षडयंत्र में शामिल लोगों ने करीब तीन करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा था। लेकिन समय पर मामले का खुलासा हो गया और 7 फरवरी को ही टेकनपुर इलाके में स्थित एक होटल से 8 लोगों को पकड़ लिया गया था। आठ लोगों को बाद में भी पकड़ा गया है। यह सभी लोग पांच राज्यों के रहने वाले हैं। इनमें मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सात उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पांच हरियाणा (Haryana) के दो बिहार (Bihar) और राजस्थान (Rajasthan) का एक-एक व्यक्ति शामिल है। तीन आरोपी फिलहाल पुलिस की रिमांड पर है जबकि 13 लोगों को कोर्ट (Court) के निर्देश पर जेल भेज दिया गया है।
प्रयागराज का रहने वाला है मुख्य सरगना
पेपर लीक कराने वाले मुख्य सरगना इलाहाबाद यानी प्रयागराज (Prayagraj) का रहने वाला हैं। जिसने पेपर तैयार करने वाली कंपनी के दो कर्मचारियों को अपने साथ मिला लिया था और उनसे आईडी पासवर्ड (ID Password) लेकर पेपर को ऑनलाइन डाउनलोड किया और उसे आउट कर दिया। क्राइम ब्रांच पुलिस ने एप्टेक (Aptech) और एमईएल कंपनी (MEL Company) के 3 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। इसमे एक कर्मचारी अब वहां काम नहीं करता है, लेकिन इसने ही अपने साथी कर्मचारियों से मिलकर पेपर को पासवर्ड के जरिए डाउनलोड किया था और सरगनाओं को दे दिया था।
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पुलिस ने इस इंटरस्टेट गिरोह के कब्जे से अब तक 26 मोबाइल, 5 लैपटॉप, एक कंप्यूटर, 5 पेन ड्राइव, दो प्रिंटर, दो लग्जरी कार और मूल पेपर भी बरामद किया है। बरामद किए गए सामान की कीमत लगभग 65 लाख रुपये से ज्यादा है। 2 महीने की मेहनत मशक्कत के बाद पुलिस ने बहुचर्चित एनएचएम संविदा भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कांड का खुलासा कर दिया है। खास बात यह है कि इस पेपर को सौ से ज्यादा छात्रों को बेचे जाने की पूरी तैयारी थी। इन लोगों से करीब ढाई से तीन लाख रुपये प्रति छात्र वसूले जाने थे।
2284 पदों पर होनी थी भर्ती
बता दें कि NHM MP की 2284 पदों पर होने वाली भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने की वजह से रद्द करना पड़ा था। स्टाफ नर्स 2284 पदों पर भर्ती के लिए 45,000 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। पेपर लीक की खबर सही पाए जाने के चलते पूरा पेपर रद्द कर दिया गया। इससे नाराज होकर छात्रों ने राजधानी भोपाल में प्रदर्शन भी किया था।
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