कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। राजमाता माधवी राजे सिंधिया के (Madhavi Raje Scindia passes away) निधन की खबर के बाद ग्वालियर (Gwalior) चंबल अंचल में शोक के लहर छा गई है। सिंधिया समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradhuman Singh Tomar) भावुक हो गए। उन्होंने माधवराव सिंधिया के 1998 के लोकसभा चुनाव का किस्सा सुनाया। प्रद्युम्न तोमर ने कहा कि चुनाव के दौरान राजमाता कार्यकर्ताओं के खाने पीने से लेकर सेहत का ख्याल रखती थीं।

बुधवार सुबह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली एम्स (Dehli AIIMS) में अंतिम सांस ली। कल ग्वालियर के कटोरा ताल स्थित सिंधिया छतरी पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार के लिए चबूतरा बनाया गया है। सिंधिया परिवार के करीबी व प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर छतरी पहुंचे।

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प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि राजमाता के निधन से बड़ा आघात (धक्का) लगा हैं। माधवी राजे के साथ अपने संस्मरण सुनाते हुए भावुकता से प्रद्युम्न का गला भर आया। उनके मुताबिक उनको स्वर्गीय महाराज माधवराव सिंधिया और राजमाता माधवी राजे के सानिध्य में राजनीति सीखने का मौका मिला। स्वर्गीय महाराज माधवराव के चुनाव लड़ने के दौरान राजमाता माधवी राजे सभी कार्यकार्ताओं का खाने-पीने से लेकर सेहत तक का ख्याल रखती थी।

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ऊर्जा मंत्री तोमर ने उनको याद करते बताया कि राजमाता ने कहा था कि चुनाव प्रचार में भागा दौड़ी रहती है। इसलिए अपना ख्याल भी रखा करो प्रद्युम्न… इस घटना को याद करते हुए उन्होंने श्रद्धा सुमन अर्पित भी किए हैं।

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