कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। राखी के त्योहार पर सिल्वर कोटेड मिठाइयां बाजार में काफी मौजूद है। लोग इसकी चमक को देखकर इसके स्वाद के प्रति आकर्षित होते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह स्लो पॉइजन भी हो सकता है। पढ़िए यह स्पेशल खबर…
दरअसल, मिठाइयों में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली काजू कतली पर आपने चमचमाता हुआ चांदी का वर्क लगा हुआ देखा होगा। इसके अलावा बहुत सी अन्य मिठाइयों पर भी चांदी का वर्क उन्हें बहुत ज्यादा आकर्षक बनाता है। लोग बहुत स्वाद लेकर उन मिठाइयों को खाते हैं लेकिन शायद आपको पता न हो, यह चांदी का वर्क चांदी से बना हुआ नहीं होता, बल्कि एल्युमिनियम सहित अन्य मिलावटी मेटल से बना हुआ भी हो सकता है।
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ओरिजनल चांदी का वर्क होता है महंगा
ओरिजनल चांदी का वर्क महंगा होता है जबकि एल्युमिनियम सहित अन्य मिलावटी मेटल से बना हुआ चांदी जैसा दिखने वाला वर्क काफी सस्ता होता है। यही वजह है कि बाजार में मौजूद सिल्वर कोटेड मिठाइयों की खपत पर गौर किया जाए तो 80 फीसदी मिठाइयों पर मिलावटी नकली चांदी का वर्क इस्तेमाल किया जाता है, जिसको खाने पर कैंसर का कारक बनता है।
ऐसे करें असली और नकली की पहचान
आइये आपको समझाने की कोशिश करते हैं कि आप किस तरह मिठाई की दुकान पर असली और नकली चांदी के वर्क में खुद जांच कर उसकी पहचान कर सकते है…
- चांदी का वर्क लगी मिठाई से अपनी अंगुली पोंछने का प्रयास करें। अगर उस समय यह आपके हाथ में वह चिपकता है, तो इसका मतलब है इसमें एल्युमिनियम मिला है। लेकिन अगर वह आपके हाथ में नहीं चिपकता तो यह पूरी तरह सुरक्षित है।
- नकली वर्क की परत थोड़ी मोटी होती है। जबकि असली चांदी का वर्क काफी पतला होता है
- असली चांदी के वर्क को यदि जलाया जाए तो वह गोल हो जाती है, जबकि नकली चांदी का वर्क जब जलाया जाता है तो वह काला पड़ जाता है या राख में बदल जाता है, जो सीधे तौर पर मिलावट को उजागर करता है।
- असली चांदी के वर्क को हाथ में लेकर रगड़ा जाए तो वह गायब हो जाता है, जबकि नकली चांदी का वर्क गोली के रूप में तब्दील हो जाता है
- चांदी का वर्क यदि असली है तो वह लंबे समय तक चलेगा, उसकी चमक कम नही होगी। लेकिन यदि वह एल्युमिनियम या किसी अन्य मिलावटी धातु से मिलकर तैयार किया गया है तो वह जल्द चमक खोते हुए काला पड़ने लगता है।
- चुंबक के जरिए भी इसकी जांच की जा सकती है। चांदी का वर्क चुंबक की तरफ आकर्षित नहीं होगा, जबकि अन्य मेटल से बना हुआ वर्क उसकी ओर आकर्षित होता हुआ साफ नजर आएगा।
लोगों को इस जरूरी विषय पर जागरूक किया जा रहा है। यही वजह है कि सोशल वर्कर राज दंडोतिया का भी कहना हैं कि त्योहारी सीजन में मिलावटी मावा पनीर सहित अन्य फूड प्रोडक्ट पर कार्रवाई होती है। फूड एंड सेफ्टी डिपार्मेंट जगह-जगह कार्रवाई करता है, लेकिन चांदी के वर्क को लेकर कोई जागरूकता नजर नहीं आती है। इसलिए लोगों को खुद इसके प्रति जागरूक होकर जांच करने के बाद ही मिठाई खरीदना चाहिए।
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मिलावटखोरों पर होगा एक्शन
देश भर में मिलावटी मावा पनीर सहित अन्य मिलावट के मामलों को लेकर ग्वालियर चंबल अंचल बदनाम हो चुका है। ऐसे में इसी अंचल से आने वाले मोहन कैबिनेट में मंत्री राकेश शुक्ला का कहना है कि मिठाई व्यापारी सहित अन्य फूड प्रोडक्ट बेचने वाले व्यापारियों को इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि वह जो सामान बेच रहे हैं उसमें कोई मिलावट न हो। क्योंकि यह लोगों की स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर सकता है। मध्य प्रदेश सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि यदि कोई भी मिलावट करेगा तो उसके खिलाफ एक्शन लेने से सरकार पीछे नहीं हटेगी।
आपको बता दें कि बाजार में मौजूद चांदी वर्क लगी हुई सस्ती मिठाइयों को खरीदने से आपको बचना चाहिए। क्योंकि आपकी जागरूकता में ही आपकी और आपके अपनों के स्वास्थ्य की सुरक्षा है।
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