कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। देश की राजधानी में हुए हादसे में दिल्ली एमसीडी की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले IAS की तैयारी कर रहे एक छात्र ने पीजी पोर्टल के माध्यम से राव आईएएस के बारे में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी। जो दिल्ली एमसीडी के पास ट्रांसफर हुई, अब दिल्ली एमसीडी पर सवाल खड़े होना लाजमी है।

दरअसल, दिल्ली बेसमेंट हादसे से पहले एमपी के ग्वालियर के रहने वाले किशोर कुमार कुशवाह ने 26 जून को दिल्ली एमसीडी की साइट पर ऑनलाइन कंप्लेंट की थी। जिसमें उसने कहा था कि यहां बेसमेंट में जो क्लास चल रहे हैं। वह छात्र सुरक्षा के हिसाब से सही नहीं है। उसके बाद छात्र किशोर कुमार ने 15 जुलाई को अपनी शिकायत के बारे में रिमाइंड किया और फिर एक बार 25 जुलाई को तीसरी बार रिमाइंड किया गया।

ये भी पढ़ें: दिल्ली बेसमेंट हादसे के बाद मोहन सरकार अलर्ट: सीएम ने कोचिंग सेंटरों के सर्वे करने के दिए निर्देश, Basement में चल रहे संस्थानों की मांगी रिपोर्ट

PM मोदी से लगाई गुहार

इतनी बार शिकायत के बावजूद भी दिल्ली एमसीडी के अधिकारियों के कान में जू तक नहीं रेंगी। जिसके चलते तीन होनहार छात्रों की जान चली गई। अगर समय रहते शिकायतकर्ता किशोर कुमार की बात को गंभीरता से लिया जाता, तो शायद यह हादसा नहीं होता और तीन छात्रों की जिंदगी नहीं जाती। गौरतलब है कि छात्र किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देशभर में बेसमेंट में संचालित कमर्शियल वर्क पर सख्त कार्रवाई की गुहार लगाई है।

ये भी पढ़ें: निलंबित होने के बाद भी इंदौर कांग्रेस अध्यक्ष ने ली बैठक, नोटिस की अवहेलना पर 6 साल के लिए हो सकते हैं निष्कासित

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m