कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में छह साल पहले 164 करोड़ की लागत से बने छह मंज़िला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बदहाल होने लगा है। हॉस्पिटल की छत की बीते 15 दिन से फॉल सीलिंग 20 से ज्यादा जगह गिर चुकी है। ऐसे में डॉक्टर, अटेंडर और मरीजों में डर है। 20 साल के गारंटी पीरियड वाली फॉल सीलिंग महज पांच साल में ही गिरने से सुपर स्पेशलिटी के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की परतें उजागर होने लगी है।
ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल परिसर में छह साल पहले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनकर तैयार हुआ था। 164 करोड़ रुपए की लागत से बने सुपर स्पेशलिटी में 80 करोड़ रुपए अस्पताल की आलीशान बिल्डिंग बनाने में खर्च हुए हैं। अस्पताल के छत की 20 साल के गारंटी पीरियड वाली फॉल सीलिंग महज छह साल में ही गिरने लगी है। सुपर स्पेशलिटी के सभी छह मंजिलों की फॉल सीलिंग गिर रही है। यहां बीते 15 दिनों में 20 जगह फॉल सीलिंग गिरने की घटनाएं हुई है। आए दिन फॉल सीलिंग गिरने से मरीज और अस्पताल स्टाफ की जान संकट में है। फॉल सीलिंग गिरने के कारण यहां कई वार्डों को खाली कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें: मौत का इंजेक्शनः झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के बाद युवक ने तोड़ा दम, गुस्साए परिजनों ने शव के साथ थाने में किया प्रदर्शन, जांच शुरू
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर से लेकर छठवीं मंजिल तक ऐसी कोई मंजिल नहीं है, जहां फॉल सीलिंग नहीं गिरी हो। फॉल सीलिंग गिरने के डर से कई वार्ड से मरीज को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। तीसरी मंजिल जहां पर गंभीर बच्चों का इलाज किया जाता है। यहां भी फॉल सीलिंग गिरने के कारण पूरे वार्ड को खाली कर दिया गया है। मरीज और उनके अटेंडेंट का कहना है कि इस समस्या को जल्द ठीक किया जाना चाहिए।
ये भी पढ़ें: थाना प्रभारी ने जहर खाकर की आत्महत्या की कोशिशः गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की फॉल सीलिंग गिरने को लेकर GRMC के डीन डॉ आरकेएस धाकड़ का कहना है, कि यह केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना का अस्पताल है, लिहाजा इसमें फॉल सीलिंग गिरने समेत अन्य दिक्कतों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर जानकारी दी गई है। जल्द ही समस्या का समाधान होगा।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें